नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कार्यभार ग्रहण करते ही सीएम को लेकर दिया बयान।
देहरादून : पीसीसी अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने आज नेता प्रतिपक्ष का कार्यभार ग्रहण किया। प्रदेश कांग्रेस की अहम जिम्मेदारी से वे कल मुक्त हो जाएंगे। उनके स्थान पर मंगलवार को पूर्व विधायक गणेश गोदियाल पीसीसी के अधयक्ष पद पर कार्य भार ग्रहण करेंगे। उत्तराखंड कांग्रेस में अगर कुछ बदलें है तो सिर्फ चेहरे। उनके बयानबाजी से कहीं भी राजनीतिक स्थिरता का भाव नहीं दिख रहा है। गुटबाजी अभी भी चरमपर है।
आगामी विधानसभा चुनाव 2022को लेकर जब भी बात होती है तो एक ही सवाल सबके माथे पर बल डालते दिखता कि आखिर वह चेहरा कौन होगा? क्योंकि सियासी हलचल बहुत कुछ कह रह है मगर आकर एक ही बात पर ठहर सी जाती है कि चेहरा आज भी कुछ ऐसा ही वाकया सामने तब आया जब नेता प्रतिपक्ष का कार्यभार ग्रहण कर प्रीतम सिंह से किसी ने सवाल पूछ लिया कि कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा तो प्रीतम सिंह ने भी अपने लहजे में जबाव दे डाला क्या मेरा चेहरा इतना बुरा है कि खुलकर बोलने से बेशक सब बच रहे हो मगर हरीश रावत के कद के आगे सब बैचेन है सियासी गलियारों में कानाफूसी का दौर चल पड़ा है। अब नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का चेहरा क्या बुरा है या भला है मगर विधानसभा चुनाव 2022 के लिहाज से जुबानी तकरार की ये जंग कुछ बढ़ती ही नजर आ रही है।
वैसे हरीश रावत ही एकमात्र ऐसा चेहरा हैं जो कांग्रेस में संजीवनी का काम कर सकते है क्योंकि उनका लंबा राजनीतिक अनुभव कांग्रेस के काम आ सकता है बाकि क्यों ना अपनी ढपली, अपना राग में मस्त हो मगर जैसा नेता प्रतिपक्ष का कार्यभार ग्रहण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने चुनाव में कोई चेहरा घोषित नहीं किया है। आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी।
अब कांग्रेस के सत्ता हाथ लगे या न लगे पर जिस अंदाज में अंदरुनी कलह चल रही है उससे लगता नहीं 2022 कांग्रेस के लिए आसान है। क्योंकि चेहरे को लेकर प्रीतम सिंह का मानना है कि यहाँ विधायक दल से ही नेता चुना जाएगा। अब वह नेता/नाम कौन है जो कांग्रेस को 2022 की दहलीज तक पहुंचाता है।