कांवड़ियों के म्यूजिक सिस्टम को देखने शहर में उमड़ा सैलाब
मेरठ। दिल्ली-दून हाईवे पर व्यवस्था बनाने में पुलिस और प्रशासन एक बार फिर नाकाम रहा। सार्जन और रावण डीजे (म्यूजिक सिस्टम) ने गुरुवार की शाम से ही हाईवे को जाम कर दिया। अफसर डीजे संचालकों की मिन्नते करते रहे। दोनों डीजे को मोदीपुरम से निकालने में घंटों का समय लग गया, जिसकी वजह से अन्य कांवड़ियों को पीछे ही रोकना पड़ा।
कांवड़ियों के म्यूजिक सिस्टम को देखने शहर से सैलाब उमड़ गया। सिवाया टोल से लेकर कंकरखेड़ा के खडौली तक हाईवे जाम हो गया। अफसरों को अपनी गाड़ियां छोड़कर जाम में घुसना पड़ा। हमराह भी जाम के बीच में गुम हो गए।
एडीजी डीके ठाकुर, आइजी नचिकेता झा, डीएम दीपक मीणा, एसएसपी डा. विपिन ताडा और एसपी यातायात राघवेंद्र मिश्र तक कांवड़ियों के म्यूजिक सिस्टम को आगे बढ़ाने में जुट गए। लेकिन आपस में प्रतियोगिता के चलते डीजे संचालक हाईवे पर जमे रहे। हालात कुछ ऐसे थे कि मोदीपुरम से पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा था। शुुक्रवार सुबह सात बजे तक यही स्थिति रही
पिछले साल भी दिल्ली हाईवे पर दौराला से कंकरखेड़ा तक कांवड़ का जाम लगा रहता था। उस जाम से निजात को लेकर अफसरों ने बड़ी प्लानिंग भी की थी। सौ बैरियर लगाकर दोगुनी पुलिस ड्यूटी कर दी गई। उसके बाद भी मोदीपुरम के जाम से निजात नहीं दिला पाए।
गुरुवार को दोपहर से ही डीजे की प्रतियोगिता की वजह से मोदीपुरम में भयंकर जाम लगा था। रात आते आते जाम ने महाजाम का रूप ले लिया। शुक्रवार सुबह सात बजे तक हालात ऐसे हो गए कि पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया।
एसपी यातायात का कहना है कि शहर के लोगों का हाईवे पर कांवड़ देखने आने से जाम लग गया है। हालांकि बामुश्किल डीजे को निकाला जा रहा है। ताकि जाम से कुछ निजात मिल सकें।
एडीजी जोन डीके ठाकुर ने कहा कि कांवड़ियों की संख्या बढ़ने से हाईवे पर जाम की स्थिति बनी गई। डीजे की प्रतियोगिता होने से मोदीपुरम में जाम लग गया था। पुलिस बल लगाकर हटाया जा रहा है। एक्सप्रेसवे पर कांवड़िये और निजी वाहनों का संचालन हो रहा है।