मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का अपने जन्मदिन के अवसर पर देहरादून के टपकेश्वर मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना की
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का अपने जन्मदिन के अवसर पर देहरादून के टपकेश्वर मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना की
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने जन्मदिवस के अवसर पर गुरुवार को टपकेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना की एवं भगवान शिव का जलाभिषेक कर प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भगवान भोलेनाथ हमारे आराध्य देव हैं। आज भगवान की शरण में आया हूं। भगवान भोलेनाथ से कामना करता हूं कि प्रदेश नई ऊंचाइयों को छुए। इसके बाद उन्होंने अपना जन्मदिन छोटे बच्चों संग मनाया। वह देहरादून स्थित राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान पहुंचे। यहां उन्होंने दिव्यांग बच्चों के साथ केक काटा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार प्रातः राष्ट्रीय दृष्टिबाधित दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान में दृष्टिबाधित बच्चों के साथ अपना जन्म दिवस मनाया। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि संस्थान में बच्चों को स्कूल बस की व्यवस्था की जाएगी एवं 10 कंप्यूटर दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पौधारोपण किया एवं दृष्टिबाधित बच्चों को मिष्ठान वितरण भी किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं आज बच्चों के बीच आकर अभिभूत हूं। उन्होंने कहा की संकल्प शक्ति एवं इच्छा शक्ति दो ऐसी शक्तियां हैं, इनसे हम सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं। जिन लोगों ने भी इतिहास बनाया है, वे साधारण परिस्थितियों में अपनी इच्छा और संकल्प शक्ति से बुलंदियों तक पहुंचे हैं। इस अवसर पर केबिनेट मंत्री गणेश जोशी, मेयर सुनील उनियाल गामा, जिलाधिकारी देहरादून डा. आर राजेश कुमार एवं एसएसपी जन्मेजय खंडूरी भी मौजूद थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने सीएम को दी शुभकामनाएं
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर उन्हें जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री के स्वस्थ, दीर्घायु एवं उज्जवल जीवन की कामना भगवान से की। विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को पुष्पगुच्छ भेंटकर शुभकामना देते हुए कहा कि प्रदेश के विकास और जनकल्याण के लिए मुख्यमंत्री जी समर्पित भाव से काम कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में उत्तराखंड उत्तरोत्तर प्रगति करे यही कामना है। साथ ही प्रदेश में चौमुखी विकास की गति बनी रहे।