महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर सियासी घमासान जारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर सियासी घमासान जारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद को सुलझाने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस खास बैठक में होंगे मनसे प्रमुख राज ठाकरे को भी आमंत्रित किया गया था। मनसे नेता संदीप देशपांडे से मिली ताजा जानकारी के अनुसार राज ठाकरे ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है। गौरतलब है कि राज ठाकरे ने महाराष्ट्र की सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए 3 मई तक का समय दिया गया है। यदि समय रहते लाउडस्पीकर नहीं हटाये गए तो वे मस्जिदों के बाहर लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। ऐसे में इस बैठक के हंगामेदार होने की पूरी आशंका है। बता दें कि भाजपा विधायक हनुमान चालीसा का पाठ करने वाले राणा दंपत्ति का मुद्दा भी उठाएंगे।
ठाकरे के शासन काल में हनुमान चालीसा करने वालों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा
अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा के बाद जेल में डाल दिया गया था। यह बात उद्धव ठाकरे को पसंद नहीं आई। पहले तो शिवसैनिकों ने हंगामा किया, धमकाया, फिर पुलिस ने गिरफ्तार कर देशद्रोह की धारा लगा दी। कोर्ट ने दोनों को जेल भेज दिया है और जमानत याचिका पर 29 अप्रैल को सुनवाई होगी। पूरी घटना के बाद सोशल मीडिया पर उद्धव ठाकरे को ट्रोल किया जा रहा है। यूजर्स का कहना है कि बालासाहेब के राज्य में हनुमान चालीसा करने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जा रहा है।
बता दें कि नवनीत राणा और रवि राणा पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया गया है। नवनीत राणा को बायकला जेल में रखा गया है, जबकि उनके पति रवि राणा को तलोजा जेल भेजा गया है। राणा दंपति के खिलाफ 23 अप्रैल को FIR हुई थी । उन पर आरोप है नवनीत के समर्थकों ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हंगामा करने की कोशिश की थी। इस पूरे मामले को लेकर अब भाजपा खुल कर मैदान में उतर आई है। मुंबई भाजपा का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली पहुंचेगा और नॉर्थ ब्लॉक में गृह सचिव अजय कुमार भल्ला से मिलेगा।