ममता बनर्जी भवानीपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए आज अपना नामांकन दाखिल करेंगी, प्रियंका टिबरेवाल भाजपा की उम्मीदवार घोषित
ममता बनर्जी भवानीपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए आज अपना नामांकन दाखिल करेंगी, प्रियंका टिबरेवाल भाजपा की उम्मीदवार घोषित
कोलकाता, मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी भवानीपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए आज अपना नामांकन दाखिल करेंगी। वहीं, भाजपा के तरफ से प्रियंका टिबरेवाल उम्मीदवार होंगी। भवानीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को मतदान होना है। तृणमूल नेताओं ने ममता बनर्जी के समर्थन में चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। भवानीपुर की दिवारों पर ‘खेला होबे’ के नारे लिखे जा रहे हैं।
मालूम हो कि 2011 के उपचुनाव में भवानीपुर से ही ममता पहली बार विधायक निर्वाचित हुई थीं। इसके बाद 2016 में भी चुनाव जीती थीं। परंतु, 2021 में वह भवानीपुर सीट छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ी और हार गईं। इसके बाद भी वह सीएम पद की शपथ ली थी। ऐसे में उन्हें पांच नवंबर तक हर हाल में विधानसभा की सदस्यता प्राप्त करनी है। भवानीपुर के अलावा 30 सितंबर को शमशेरगंज और जंगीपुर विधानसभा सीट पर भी वोटिंग होगी।
वहीं, भाजपा के तरफ से वकील प्रियंका टिबरेवाल उम्मीदवार होंगी। वहीं माकपा ने श्रीजीत विश्वास को उम्मीदवार घोषित किया है। जबकि कांग्रेस ने पहले उम्मीदवार उतारने का फैसला लिया था लेकिन अब पार्टी यहां से उम्मीदवार नहीं उतराने वाली है। बता दें कि जानी-मानी वकील प्रियंका टिबरेवाल भाजपा की उम्मीदवार भवानीपुर से होंगी। बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद से बंगाल में हुई हिंसा पर वह लगातार ममता सरकार को कोर्ट में घेरती रही है। बता दें कि वह भाजपा नेता बाबुल सुप्रियों की कानूनी सलाहकार भी रह चुकी है। सुप्रियों के सलाह के बाद साल 2014 में वह भाजपा में शामिल हुई थीं।
जानकारी हो कि ममता बनर्जी को नंदीग्राम सीट पर तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में गए दिग्गज नेता शुभेंदु अधिकारी से हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में मुख्यमंत्री बने रहने के लिए छह माह के भीतर उनके लिए सदस्यता ग्रहण करना जरूरी है। सभी की नजरें इस बात पर लगी हुई है कि इस सीट पर भाजपा की ओर से उन्हें कौन चुनौती देगा?
जानकारी हो कि भवानीपुर को इसलिए भी ममता बनर्जी की सीट माना जाता है। क्योंकि वे दो बार वहां से चुनाव जीत चुकी है। ममता ने यह सीट शोभन देव चट्टोपाध्याय के लिए छोड़ दी थी। शोभन देव ने चुनाव जीतने के बाद ममता बनर्जी के लिए यह सीट खुद ही खाली कर दी थी।