क्या चीन की सेना वास्तव में कमजोर है?

चीन की सेना को अक्सर दुनिया की सबसे बड़ी और ताकतवर सेनाओं में से एक माना जाता है। उसके पास उन्नत एयरक्राफ्ट, बैटलशिप और विशाल नौसैनिक बेड़े जैसे उच्च तकनीक के हथियार हैं। लेकिन कुछ हालिया घटनाओं और रिपोर्ट्स ने चीन की सेना की क्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

सबमरीन डूबने की घटना

हाल ही में चीन की एक परमाणु शक्ति से चलने वाली पनडुब्बी डूबने की खबर सामने आई। यह घटना मई के अंत या जून की शुरुआत में वुहान के पास एक शिपयार्ड में हुई थी। अमेरिकी अधिकारियों और वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने इस घटना को छिपाने की पूरी कोशिश की, लेकिन सैटेलाइट इमेज ने इसे उजागर कर दिया। यह घटना चीनी नौसेना के लिए एक बड़ा झटका साबित हो रही है, क्योंकि चीन अपनी नौसैनिक क्षमता को बढ़ाकर अमेरिका को चुनौती देने की कोशिश कर रहा है।

सेना में भ्रष्टाचार और कमजोरियां

चीन की सेना में भ्रष्टाचार का स्तर भी गंभीर चिंता का विषय है। राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नेतृत्व में सेना के आधुनिकीकरण की कोशिशें भ्रष्टाचार के चलते प्रभावित हो रही हैं। हाल ही में चीनी सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी अचानक जनता की नजरों से गायब हो गए, और कुछ को उनके पदों से हटा दिया गया। माना जा रहा है कि भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन ने चीन की सेना की क्षमताओं को कमजोर कर दिया है।

मिसाइलों में पानी, ईंधन की जगह

अमेरिकी रिपोर्टों के अनुसार, चीन की सेना के मिसाइल सिस्टम में भी कई खामियां उजागर हुई हैं। कुछ मिसाइलों में ईंधन की जगह पानी भरा हुआ था, और कई मिसाइल साइलो उचित ढंग से काम नहीं कर रहे थे। इन घटनाओं से चीन की सैन्य क्षमताओं पर संदेह उत्पन्न हो रहा है, खासकर जब उसकी तुलना अमेरिका के उन्नत और परिष्कृत हथियारों से की जाती है।

सैनिकों का मैदान छोड़कर भागना

चीन की सेना की संख्या और उसकी सैन्य शक्ति पर अक्सर चर्चा होती है, लेकिन युद्ध के मैदान में प्रदर्शन की बात आने पर एक अलग तस्वीर सामने आती है। 2016 में दक्षिण सूडान में चीनी शांति सैनिकों ने अपनी चौकियां छोड़ दी थीं, जब वहां हिंसा भड़की। इस घटना से चीन की सेना की जंग में तत्परता और साहस पर सवाल उठे थे।

सेना में उन्नति के लिए भ्रष्टाचार

चीन में भ्रष्टाचार की स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि कुछ अधिकारी अपने प्रमोशन के लिए अपनी बेटियों तक को बॉस के सामने पेश कर रहे हैं। यह खुलासा चीन के सरकारी मीडिया साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट द्वारा किया गया था।

नौसेना की चुनौतियां

चीन की नौसेना जहाजों की संख्या के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है। लेकिन उसकी पनडुब्बियों और जहाजों की तकनीकी क्षमता और परिचालन तत्परता अमेरिकी नौसेना के मुकाबले कमतर साबित हो रही है।

निष्कर्ष

चीन की सेना के पास भले ही बड़ी संख्या में आधुनिक हथियार और उपकरण हों, लेकिन भ्रष्टाचार, कुप्रबंधन, और कमजोर सैन्य प्रशिक्षण की वजह से उसकी वास्तविक क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं। इन कमियों के चलते चीन की ताकतवर छवि एक छलावे की तरह नजर आती है, जो शायद उसके वास्तविक सैन्य कौशल से कोसों दूर है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *