स्वास्थ्य मंत्री ने आयुष्मान भव योजना व डेंगू की रोकथाम को लेकर विभागीय अधिकारियों संग की बैठक
स्वास्थ्य मंत्री ने आयुष्मान भव योजना व डेंगू की रोकथाम को लेकर विभागीय अधिकारियों संग की बैठक
हरिद्वार: स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने मंगलवार देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयुष्मान भव योजना और डेंगू की रोकथाम को लेकर विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जिले में डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए जिले के अस्पतालों में उपलब्ध कुल बेड में से 100 बेड डेंगू मरीजों के लिए आरक्षित करने के निर्देश दिए। सभी जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर समन्वय से डेंगू से निपटने की रणनीति तैयार करने को भी कहा।
पूरे देश में दो अक्टूबर तक चलाया जा रहा है अभियान
आयुष्मान भव योजना के संबंध में कैबिनेट मंत्री ने बताया कि यह योजना पूरे देश में 17 सितंबर से दो अक्टूबर तक चलाई जा रही है। अभियान के तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में रक्तदान शिविर आयोजित किए जाएंगे। इस प्रकार कुल 700 शिविर लगाए जाएंगे। इसके अंतर्गत दो लाख का ई-रजिस्ट्रेशन होगा। इसमें से 90 हजार अभी तक अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में 90 लाख आयुष्मान कार्ड बनने हैं, जिनमें से 52 लाख कार्ड बन चुके हैं। उन्होंने बताया कि हर ग्राम सभा का शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड राशन कार्ड के आधार पर बनने हैं। जिन गांवों व वार्डों के शत-प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बन जाएंगे, उन्हें आयुष्मान ग्राम और आयुष्मान वार्ड घोषित किया जाएगा। उन्हें इसके लिए पुरस्कृत भी किया जाएगा। बताया कि योजना के तहत एक करोड़ 25 लाख की आभा आइडी बननी है, जिनमें से 55 लाख की आभा आइडी बन चुकी है।
उत्तराखंड को 2024 तक बनाना है टीबी मुक्त
मंत्री ने बताया कि वर्ष 2024 तक उत्तराखंड को टीबी मुक्त बनाना है। इस योजना के तहत हर टीबी के मरीज की स्कैनिंग होगी तथा 30 अक्टूबर 2023 तक यह अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि हमें हर ग्राम सभा से अंगदान, नेत्रदान तथा देहदान करवाना है। इसके लिए फार्म भरवाए जाएंगे। बताया कि अभी तक 1800 लोगों ने अंगदान, 184 ने देहदान किया है।
यह लोग रहे उपस्थित
बैठक में झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र कुमार, भगवानपुर विधायक ममता राकेश, मंगलौर विधायक सरवत करीम अंसारी, लक्सर विधायक मोहम्मद शहजाद ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में स्वास्थ्य से संबंधित मामलों को प्रमुखता से रखा। सीडीओ प्रतीक जैन, सीएमओ डा. मनीष दत्त, जिला मलेरिया अधिकारी गुरनाम सिंह आदि उपस्थित रहे।