चारधाम यात्रा के प्रवेश स्थल ऋषिकेश में लगने वाले जाम से मिलेगी निजात, बनेगी दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की एलिवेटेड रोड की तरह एक और सड़क
1485 करोड़ रुपए होगा परियोजना का बजट
राजमार्ग खंड के अधिशासी अभियंता के अनुसार एलिवेटेड रोड परियोजना का बजट करीब 1485 करोड़ रुपए है। डीपीआर को स्वीकृति मिलते ही निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।
दूसरे चरण में तपोवन तक बढ़ेगा आकार
राष्ट्रीय राजमार्ग खंड डोईवाला के अधिशासी अभियंता नवनीत पांडे ने बताया कि ढालवाला के बाद भी परियोजना को विस्तार दिया जाएगा। ताकि पूरे ऋषिकेश क्षेत्र को चारधाम यात्रा या कांवड़ यात्रा के जाम से निजात दिलाई जा सके। यह तीर्थयात्रियों और स्थानीय नागरिकों दोनों के लिए बेहतर है।
परियोजना का अगला चरण ढालवाला से गुरु होगा और तपोवन के पास गरुड़चट्टी पर समाप्त होगा। इस भाग पर दो टनल का निर्माण भी किया जाना है। परियोजना की कुल लंबाई 07 किलोमीटर होगी। इसकी डीपीआर अभी अंतिम रूप नहीं ले सकी है।
परियोजना पर एक नजर
पहला चरण
- नेपालीमार्फ (हरिद्वार-ऋषिकेश रोड) से ढालवाला तक
- लंबाई, 10.88 किलोमीटर
- चौड़ाई, फोरलेन
- बजट, 1485 करोड़ रुपए
दूसरा चरण
- ढालवाला से तपोवन
- लंबाई, 07 किलोमीटर
- चौड़ाई, डबल लेन
- टनल, दो टनल का निर्माण होगा
- बजट, अनुमानित 915 करोड़ रुपए
इस तरह मिलेगा लाभ
चारधाम यात्रा, कांवड़ यात्रा या पर्यटन सीजन के दौरान जो वाहन हरिद्वार की तरफ से बदरीनाथ राजमार्ग या गंगोत्री राजमार्ग की तरफ बढ़ेंगे, उन्हें ऋषिकेश के शहरी क्षेत्र में प्रवेश करने की जरूरत नहीं होगी। वह सीधे एलिवेटेड रोड से आगे बढ़ सकेंगे।
इससे ऋषिकेश क्षेत्र में वाहनों का का दबाव कम होगा। इसी तरह देहरादून की तरफ से जाने वाले वाहनों को टिहरी की तरफ (गंगोत्री राजमार्ग) बढ़ने पर ऋषिकेश क्षेत्र में जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा। भविष्य में टिहरी झील के पूरी तरह विकसित होने के बाद वाहनों के अतिरिक्त दबाव की दशा में भी परियोजना राहत प्रदान करेगी।