दांत से काटने पर भी नहीं छोड़ी रवि दहिया ने गर्दन, रवि दहिया समर्थक भड़के।
टोक्यो ओलंपिक में कुश्ती के लिहाज से भारत के लिए बुधवार का दिन बेहद शानदार रहा क्योंकि फ्रीस्टाइल पहलवान रवि कुमार दहिया ने पुरुषों के 57 किग्रा वर्ग में फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया. हालांकि मुकाबले में सोशल मीडिया में ऐसे फोटोज और वीडियो वायरल हो गए हैं जिसमें दिख रहा है कि विपक्षी खिलाड़ी मुकाबले के दौरान देर तक रवि को दांत से कांटता रहा लेकिन भारतीय खिलाड़ी अंत तक डटा रहा, फाइनल में पहुंचते ही रवि कुमार दहिया ने टोक्यो ओलंपिक में कुश्ती में भारत के लिए पदक पक्का कर लिया और अब सबकी निगाहें स्वर्ण पदक पर टिकी हुई है, लेकिन इस सेमीफाइनल मुकाबले में विपक्षी पहलवान की ओर से खेल भावना नहीं दिखी।
23 वर्षीय दहिया कजाखिस्तान के नूरिस्लाम सनायेव के खिलाफ जब 7-9 से पीछे चल रहे थे, तभी उन्होंने विक्ट्री बाई फॉल के जरिए अपनी जीत सुनिश्चित कर ली. हालांकि इस दौरान कजाखिस्तान का पहलवान रवि दहिया को अपने ऊपर से हटाने के लिए लगातार उनके हाथ को काटता रहा, लेकिन भारतीय खिलाड़ी डटा रहा.
पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने इस घटना पर निराशा जताते हुए कहा कि यह कितना अनुचित है, लेकिन इससे हमारे रवि दहिया के जोश को दबा नहीं सका. उसने हाथ काट दिया. शर्मनाक कजाखस्तान के हारे हुए नूरिस्लाम सनायेव. गजब रवि, बहुत सीना चौड़ा किया आपने कुश्ती में रवि दहिया के जीत के साथ ही जहां पूरे देश में जश्न शुरू हो गया तो वहीं एक महत्वपूर्ण बात किसी का ध्यान नहीं गया. बाद पता चला है कि मुकाबले के अंतिम क्षणों के दौरान जब उन्हें सनायेव भारतीय पहलवान की बांह को काट रहे थे. फोटो में उनकी दाहिनी बांह में काटने के गहरे निशान का खुलासा हुआ है. वहीं, कजाखिस्तानी पहलवान की करतूत पर फैन्स में काफी नाराजगी है।
दहिया ने मुकाबले में जोरदार वापसी करते हुए अपने विरोधी के दोनों पैरों पर हमला किया और उसके गिरने से जीतने में कामयाब रहे. दहिया ने इससे पहले दोनों मुकाबले तकनीकी दक्षता के आधार पर जीते थे. रवि दहिया 5 अगस्त को गोल्ड मेडल मुकाबले में उतरेंगे. इससे पहले सुशील कुमार ने 2012 लंदन ओलंपिक में फाइनल में जगह बनाकर रजत पदक जीता था।
सोशल मीडिया पर अब ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जहां कजाख को दहिया को काटते हुए साफ तौर पर देखा जा सकता है, जबकि भारतीय कोई उसकी पकड़ में आने में कामयाब होता है, दहिया के फाइनल में पहुंचते ही टोक्यो खेलों में भारत का चौथा पदक पक्का हो गया है. इससे पहले भारोत्तोलन में मीराबाई चनू ने रजत, बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने कांस्य पदक जीता.बुधवार को ही लवलीना बोरगोहेन ने कांस्य पर कब्जा किया।
कांस्य के लिए खेलेंगे दीपक पूनिया
दूसरी ओर, दीपक पूनिया सेमीफाइनल में हारने के बाद अब कांस्य पदक के लिए खेलेंगे. पूनिया 86 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में अमेरिका के 2018 विश्व चैम्पियन डेविड मॉरिस टेलर से एकतरफा मुकाबले में हार गए. टेलर की तकनीकी दक्षता का पूनिया के पास कोई जवाब नहीं था. जवाबी हमले पर वह एक ही मूव बना सके और वह खाता भी नहीं खोल सके।