राज्य में 6 जुलाई तक बढ़ाया जा सकता है कोरोना कर्फ्यू, किस-किस पर रहेगी छूट।

देहरादून : एक बार फिर उत्तराखंड कोविड कर्फ्यू बढ़ने की खबर आ रही है जो 29 जून से बढ़ाकर 6 जुलाई तक कर दिया जाएगा।
उत्तराखंड अनलॉक के तहत अब धीरे-धीरे राज्य सरकार कोविड कर्फ्यू में कुछ और छूट देने जा रही है।

खबरों के मुताबिक , राज्य सरकार बाजार खोलने का समय 5 बजे की जगह शाम 7 बजे करने जा रही है।
वहीं लम्बे वक़्त से बंद पड़े प्रमुख पर्यटक स्थलों को खोलने का फैसला भी सरकार इस बार ले सकती है ताकि पर्यटन क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को राहत मिले।

उत्तराखंड में कोरोना के मामलों में आई गिरावट के बाद तीरथ सरकार प्रदेश में चरणबद्ध ढंग से अनलॉक की ओर बढ़ रही है।
हालांकि कोरोना का नया वेरिएंट डेल्टा प्लस राज्य के लिए खतरा है जिसे ध्यान में रखते हुए सरकार बाहरी राज्यों के लोगों के राज्य में प्रवेश को लेकर कोई ढील देने को तैयार नहीं है। इसलिए कर्फ्यू के दौरान जो बंदिशें बनी हुई हैं, उन्हें ही जारी रखा जाएगा।

बदल जाएगा नाइट कर्फ्यू का समय

प्रदेश में नाइट कर्फ्यू का समय बदल दिया जाएगा जिसे शाम सात बजे से सुबह छह बजे तक किया जा सकता है सकता है। वहीं सप्ताह में पांच दिन दुकानें 5:00 बजे की जगह शाम 7:00 बजे खुलेंगी ।

वीकेंड पर खोले जा सकते हैं प्रमुख पर्यटक स्थल

लॉकडाउन के चलते पर्यटन क्षेत्र से जुड़े व्यवसाय में हानि हुई है जिसके सुधारीकरण के लिए सरकार पर्यटन कारोबार को कोविड कर्फ्यू के प्रभाव से बचाने के लिए राज्य सरकार प्रमुख पर्यटक स्थलों को वीकेंड यानी शनिवार और रविवार के लिए खोल सकती है इनमें मसूरी, नैनीताल, लैंसडौन, ऋषिकेश के लक्ष्मण झूला, स्वर्गाश्रम, टिहरी झील समेत अन्य पर्यटक स्थलों को सशर्त खोलने की रियायत दी जा सकती है।

इन संस्थानों को खोलने पर अभी कोई विचार नहीं

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार अभी सभी सामाजिक, राजनीतिक, खेल गतिविधियों, मनोरंजन, शैक्षिक व सांस्कृतिक समारोह और ऐसे सभी आयोजन जिनमें बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित हो, उसे खोलने पर सरकार अभी छूट देने के लिए राजी नहीं है ।
इनके अंतर्गत प्रशिक्षण, कोचिंग संस्थान,जिम आदि शामिल है।

इस पर मीडिया से बात करते हुए शासकीय प्रवक्ता सरकार सुबोध उनियाल का कहना है कि भले ही कोविड के मामले काफी कम हुए हैं, लेकिन संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। हमें सर्तकता बरतते हुए निर्णय लेने होंगे। इसलिए कोविड कर्फ्यू को जारी रखा जाएगा। हालांकि इसमें कुछ और छूट दी जा सकती है। रविवार को इस संबंध में निर्णय ले लिया जाएगा।

बंद कॉलेजों को खोलने की तैयारी कर रही है सरकार

आगामी परीक्षाओं के मद्देनजर राज्य में लंबे समय से बंद पड़े उच्च शिक्षण संस्थानों को खोलने का विचार सरकार कर रही है । लेकिन जिन जिलों में संक्रमण के मामले कम हैं पहले उन जिलों से कॉलेजों को खोलने की शुरूआत की जाएगी।

गौरतलब है कि राज्य में कोविड संक्रमण को देखते हुए लगातार दूसरे साल भी विश्वविद्यालयों में परीक्षाएं नहीं हो पाई।
बीते वर्ष भी छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट किया गया था। तब उनके आंतरिक मूल्यांकन के अंक थे, लेकिन इस बार यह व्यवस्था नहीं बन पा रही है।

यही वजह है कि विभाग कॉलेजों को खोलने की तैयारी में हैं। उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि कॉलेजों को खोलने के लिए यूजीसी व केंद्र की गाइडलाइन की प्रतीक्षा कर रहे है। जिन जिलों में कोविड के मामले कम हैं, उन जिलों से कॉलेजों को खोलने की शुरुआत की जा सकती है।

इंटरेंस कराने के पक्ष में नहीं स्कूल

सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों बोर्डों को जुलाई में 10वीं व 12वीं कक्षा का परिणाम जारी करने के निर्देश दिए हैं। वही स्कूल प्रबंधन भी पूरानी नीति के तहत ही 11वीं कक्षा में प्रवेश देने के लिए बोर्ड के परिणाम को ही आधार बनाने का विचार किया जा रहा है।
विद्यालय प्रबंधनों का कहना है कि नई कक्षा में प्रवेश लेने के लिए कोई प्रवेश परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा।

निदेशक सीबीएसई रणवीर सिंह ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के परिणाम के आधार पर ही 11वीं कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। नई कक्षा में प्रवेश के लिए किसी अन्य परीक्षा का आयोजन नहीं किया जाएगा। पुरानी प्रवेश प्रक्रिया के आधार पर 11वीं कक्षा में प्रवेश दिए जा सकते हैं।

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