20 साल में हुए 40 ट्रांसफर, मुख्यमंत्री को भी किया था गिरफ्तार।

 

आईपीएस रूपा कर्नाटक कैडर की 2000 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। वे प्रदेश की पहली महिला होम सेक्रेटरी हैं। कुछ ही दिन पहले उनका ट्रांसफर राज्य के गृह विभाग से हैंडलूप एम्पोरियम में किया गया है, क्योंकि उन्होंने एक बड़े अधिकारी के कथित भ्रष्टाचार का खुलासा किया था। रूपा कहती हैं कि यह उनके लिए कोई नई बात नहीं है, इससे पहले भी उनके साथ ऐसा हो चुका है। वे जब भी किसी के खिलाफ आवाज उठाती हैं, तो उनका ट्रांसफर कर दिया जाता है। चाहें जेल में बंद एआईडीएमके की नेता शशिकला हों या साल 2003-2004 के दौरान मध्यप्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती को गिरफ्तार करने का हो, बहुत बार उनकी कार्यशैली के खिलाफ सवाल उठते रहे हैं।

विदित हो कि रूपा बेंगलुरु के सेफ सिटी प्राॅजेक्ट का काम देख रही थी जिसमें उन्होंने एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत निंबालकर पर टेंडर प्रोसेस में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया था। जिसकी वजह से उनका वहां से ट्रांसफर कर दिया गया। अब वे राज्य के हैंडलूम एम्पोरियम का कामकाज देखं रही हैं।

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