दून पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी लाखों के सामान के साथ कोबरा गैंग के दो अभियुक्त गिरफ्तार l

देहरादून : कोतवाली ऋषिकेश, थाना रायपुर व थाना बसंत विहार क्षेत्रों में तमंचे का भय दिखाकर चैन स्नैचिंग एवं थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में पर्स लूट करने वाले दिल्ली के प्रसिद्ध कोबरा गैंग के दो (2) शातिर लुटेरे, बिना नंबर की स्प्लेंडर मोटरसाइकिल व जूपिटर स्कूटी में गिरफ्तार व एक अभियुक्त फरार, अभियुक्तों के कब्जे से सोने की 6 चैन (अनुमानित कीमत लगभग ₹3,25,000/- ), 01 लेडीस पर्स व 02 तमचें मय 02 कारतूस बरामद

दिनांक 15 जुलाई 2019 को 1- शिकायतकर्ता श्रीमती शैलजा चौहान पत्नी श्री संजीव चौहान निवासी मकान नंबर 377 गणेश विहार गंगा नगर ऋषिकेश के द्वारा कोतवाली ऋषिकेश में एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया कि मैं अपने बच्चों को ऋषिकेश पब्लिक स्कूल में लेने के लिए गई थी जैसे ही मैं बच्चों को लेकर गाड़ी में बैठी उसी समय दो बाइक सवार व्यक्ति मेरे पास आये तथा मुझे गाड़ी से बाहर खींचने लगे, उनमे से एक ने मेरी कनपटी पर बंदूक तान दी तथा मेरे गले से चैन खींच कर ले गए। शिकायतकर्ता की शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश में तत्काल मुकदमा अपराध संख्या 284/19 धारा 392 आईपीसी पंजीकृत किया गया।


2- दिनांक 15 जुलाई 2019 को ही कोतवाली ऋषिकेश में शिकायतकर्ता नेहा उपाध्याय सुपुत्री श्री इंद्रेश उपाध्याय निवासी गली नंबर 20 अमित ग्राम, वीरभद्र रेलवे स्टेशन, ऋषिकेश के द्वारा एक प्रार्थना पत्र दिया गया कि मैं आज एम.आई.टी स्कूल से अपने घर की ओर आशुतोष नगर के पास बालाजी बगीचे से गुजर रही थी, रास्ते मे मैं अपने भाई का फोन रिसीव करने हेतु रुकी तभी दो बाइक सवार युवकों में से एक युवक ने बंदूक दिखाकर मेरे गले की चेन छीन ली और स्कूटी की चाबी को फेंक दिया। जिस पर कोतवाली ऋषिकेश में तत्काल मुकदमा अपराध संख्या 283/19 धारा 392 आईपीसी पंजीकृत किया गया।
एक ही दिन में कोतवाली ऋषिकेश क्षेत्र अंतर्गत 2 चैन स्नैचिंग की घटनाओं व इससे पूर्व में जनपद देहरादून के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में हथियार (तमंचा) दिखाकर चैन स्नेचिंग की घटनाओं के घटित होने के दृष्टिगत मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया द्वारा तत्काल कोतवाली ऋषिकेश, थाना रायपुर, थाना बसंत विहार व एसओजी देहरादून की संयुक्त पुलिस टीम गठित कर मामले के सफल अनावरण हेतु आदेशित किया गया। जिस पर पुलिस अधीक्षक देहात/ नगर महोदय एवं क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश महोदय के निर्देशन में तत्काल कोतवाली ऋषिकेश, थाना रायपुर, थाना बसंत विहार व एसओजी देहरादून की संयुक्त पुलिस टीम का गठन किया गया। जिसमें प्रत्येक पुलिस टीम को उच्चाधिकारियों द्वारा निम्नलिखित कार्य करने हेतु आदेशित कर नियुक्त किया गया।


1- घटना स्थल एवं घटना करने वाले अभियुक्तो के आने-जाने वाले रास्तों में पड़ने वाले प्रत्येक दुकानों, संस्थानों एवं घरों के सी.सी.टी.वी कैमरे देखने हेतु दो (2) पुलिस टीम (एक उपनिरीक्षक दो का. प्रत्येक टीम) तैयार की गई, जिनको घटनास्थल से पूर्व व बाद के मार्ग को चेक करने का कार्य दिया गया।
2- सर्विलांस टीम, जिनका कार्य दोनों घटना स्थलों के आसपास व मार्ग का मोबाइल सर्विलांस के माध्यम से ट्रेस करना।
3- दो पुलिस टीम (एक उपनिरीक्षक दो का. प्रत्येक टीम) पूछताछ करने हेतु नियुक्ति की गई, जिनका कार्य दोनों घटना स्थलों के शिकायतकर्ता व आसपास के लोगों से अभियुक्तों के विषय में जानकारी हासिल करना।
4- पाँच पुलिस टीम (एक उपनिरीक्षक दो का. प्रत्येक टीम) को प्रत्येक चौराहा/ एवं क्षेत्र से बाहर जाने वाले रास्तों पर चेकिंग हेतु लगाया गया।
5- प्रत्येक चौकी इंचार्ज को अपने अपने क्षेत्र के होटल, धर्मशाला, लॉज, रेस्टोरेंट, एवं गेस्ट हाउस आदि को चेक करने हेतु भेजा गया।
गठित पुलिस टीम द्वारा तमंचे के बल पर चैन लूट की घटना के सफल अनावरण हेतु निम्नलिखित कार्य किए गए।
1- घटनास्थल के आसपास आने जाने वाले रास्ते पर लगे लगभग 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को बारीकी से देखा गया।
2- उपरोक्त सभी थाना क्षेत्रों के लगभग 200 से अधिक होटल एवं गेस्ट हाउस आदि को चेक कर उनके आगंतुक रजिस्टरों का बारीकी से निरीक्षण कर यात्रियों द्वारा दी गई आई.डी/ नाम पते का भी सत्यापन करवाया गया।
3- 32 पुराने अपराधियों व जेल से छूटे अभियुक्तो से भी पूछताछ की गई।
4- बिना नंबर प्लेट लगी 58 मोटरसाइकिल/स्कूटी को चेक कर उनके विरूद्ध मोटर अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की गई।
5- मोबाइल सर्विलांस के माध्यम से घटनास्थल के आसपास मौजूद 200 से अधिक संदिग्ध मोबाइल नंबरों का भी सत्यापन किया गया।

घटनास्थल से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज में दिखाई देने वाले अभियुक्तों के विषय में जानकारी प्राप्त करने हेतु आस पास के जनपदों व बाहरी राज्यों की पुलिस से संपर्क स्थापित करते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। आज उक्त घटना के अनावरण हेतु पुलिस टीम जब क्षेत्र में रवाना थी, तो मुखबिर द्वारा सूचना दी गयी कि जिन व्यक्तियों के द्वारा ऋषिकेश एवं जनपद देहरादून के अलग-अलग स्थानों पर चैन स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम दिया गया है, उक्त व्यक्ति आज उस सामान को बेचने हेतु कलियर क्षेत्र (निकट रुड़की) में आ रहे हैं। जिस पर गठित पुलिस टीम ने मुखबिर द्वारा बताए गए स्थान से पहले मेवड़ पुल के पास जाकर चेकिंग अभियान चलाया गया, तो रुड़की की ओर से कलियर आने वाले रास्ते पर बिना नंबर के वाहनों को चेक करने पर एक बिना नंबर की मोटर साइकिल व जूपिटर स्कूटी को चेक करने हेतु रोकने का प्रयास किया गया तो दोनों वाहन चालक गाड़ी मोड़ कर भागने लगे एवं हड़बड़ाहट में वहीं गिर गए। जिस पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल दो अभियुक्तों को मौके पर पकड़ लिया गया एवं एक अभियुक्त मौके से फरार हो गया।
पकड़े गए अभियुक्त का नाम पता


1- मो० लिंटोन उर्फ हंसमुख पुत्र मोहम्मद शमीम निवासी ग्राम मकुवा, पोस्ट मोईरापुर, थाना मुरारोई, जिला बीरभम पश्चिम बंगाल हाल निवासी- शमशाद का किराएदार, नेहरूल बस्ती, मिंटो रोड, थाना आई.पी एस्टेट नई दिल्ली उम्र- 22 वर्ष शिक्षा- कक्षा 4(पास)
2- मो० अनवर उर्फ बिहारी पुत्र मोहम्मद कलीम निवासी महाराणा प्रताप चौक, जिला सहरसा, बिहार हाल निवासी- किराएदार समसुदीन निवासी गली नंबर जीरो, अली मस्जिद के बराबर में, वजीराबाद, थाना तिमारपुर, नई दिल्ली उम्र- 24 वर्ष
फरार अभियुक्त का नाम पता
1- मोहम्मद अरशद पुत्र जाकिर अहमद निवासी- मकान नंबर 69, गली नंबर- 2 वजीराबाद, दिल्ली
बरामदगी विवरण
1- 6 (छ:) सोने की चैन। अनुमानित कीमत- ₹3,25,000/-(तीन लाख पच्चीस हजार रुपये)
2- दो तमंचे देशी (315 बोर एवं 12 बोर)
3- 2 कारतूस।
4- स्प्लेंडर काला रंग बिना नंबर ( ऋषिकेश की घटना में प्रयुक्त)
5- जूपिटर स्कूटी बिना नंबर ग्रे रंग ( देहरादून की घटना में प्रयुक्त)
6- थाना नेहरू कॉलोनी से छीना गया पर्स

अभियुक्त लिंटोन उर्फ हंसमुख क अपराधिक इतिहास
1- जो वर्ष 2012 में थाना आई0पी0 स्टेट दिल्ली से चोरी में जेल गया है।
2- वर्ष 2016 में थाना दरियागंज नई दिल्ली से 10,00,000/- (दस लाख रुपये) रुपए की लूट में जेल गया है।
3- वर्ष 2017 मे दिल्ली रेलवे स्टेशन से ₹5,00,000 (पाँच लाख रुपये) की लूट में जेल गया है।
वर्तमान समय में उक्त अभियुक्त जमानत पर चल रहा है। इसके विषय में अन्य राज्यो से भी अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।
अभियुक्त अनवर उर्फ बिहारी क अपराधिक इतिहास

1- वर्ष 2016 में जयपुर (राजस्थान) से चांदी के व्यापारी से रुपये 20,00,000/-(बीस लाख रुपए) लूट की घटना में जेल गया हुआ है। इसके विषय में अन्य राज्यो से भी अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।
उपरोक्त अभियुक्तों के गिरफ्तार होने पर कोतवाली ऋषिकेश के दो (2), थाना बसंत विहार के दो (2), तथा थाना रायपुर के दो (2), थाना नेहरू कॉलोनी के (1) मुकदमों का सफल अनावरण हुआ है।

अपराध करने का तरीका – पूछताछ में दोनों अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि कहीं भी घटना करने से पूर्व हम अपनी गाड़ियों की नंबर प्लेट निकाल देते हैं। यदि कहीं चेकिंग चल रही हो तो हम अपने गाड़ियों में फर्जी नंबर प्लेट लगा देते हैं एवं अधिकतर दोनों गाड़ियों में एक ही नंबर लिखवा देते हैं।घटना के दौरान स्कूटी की डिग्गी में हम लोग एक जोड़ी कपड़े रखते हैं तथा घटना के पश्चात तुरंत अपनी पहचान छुपाने को कपड़े बदल दिया करते हैं।घटना के पश्चात हम फिर होटल में चले जाते हैं और मौका देखकर वहां से फरार हो जाते हैं। हम प्रत्येक घटना में स्कूटी एवं मोटरसाइकिल लेकर जाते हैं एवं जिस वाहन के द्वारा घटना की जाती है, घटनास्थल से जाते समय दूसरे वाहन के द्वारा आगे आगे जाकर रेकी की जाती है एवं संदेह होने पर पीछे आने वाले साथियों को चेकिंग के विषय में बता दिया जाता है।
पूछताछ विवरण– दोनों अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि हम लोग दिल्ली में कोबरा गैंग के नाम से जाने जाते हैं। हम लोग बड़ी सफाई से घटना को अंजाम देते हैं। घटना करने वाले स्थान पर हम 1 घंटा पूर्व से रेकी किया करते हैं तथा अच्छे से देखभाल कर ऐसी महिला का चयन करते हैं, जिसकी चैन आसानी से लूटी जा सकती है, उसके बाद ही हम अपनी घटना को अंजाम देते हैं। हमने दिल्ली, राजस्थान आदि जगहों पर कई बार चोरी एवं लूट की घटनाएं की हैं, जिसमें हम लोग जेल भी जा चुके हैं। हमारा साथी अरशद बहुत साल पहले देहरादून में रहकर सर्फ बेचने का कार्य कर चुका है, जिसको यहां के क्षेत्रों की अच्छी तरह से जानकारी है। हमने यहां आकर पहले उक्त सभी स्थानों की रैकी ली थी एवं उसके द्वारा हमें सभी जगह दिखा दी गई थी। उसके पश्चात ही हमने मौका देखकर देहरादून मे चैन लूट की घटनाओं को अंजाम दिया है। आज भी हम पूर्व में लूटी गई चैनो को बेचकर हरिद्वार में कमरा लेकर रहने वाले थे एवं मौका पाकर कांवरियों की वेशभूषा धारण कर और कई घटनाओं को अंजाम देने की योजना बनाई थी।

देहरादून एवं ऋषिकेश में की गई लूट की घटना का संक्षिप्त विवरण

अभियुक्त मौहम्मद लिटोन उर्फ हसमुख ने पूछताछ में बताया कि मैं वर्ष 2008 में पश्चिम बंगाल से कबाड़ी का काम करने दिल्ली आया था। मैने 01 साल कबाड़ी का काम किया, जिसके बाद मैने लोक नारायण अस्पताल नई दिल्ली में वार्ड ब्वॉय का काम किया। इसके बाद मेरी दोस्ती गलत लोगो से हो गयी तो मैने नौकरी छोड़कर उनके साथ गलत काम करने शुरू कर दिये। मैने दिल्ली में कई स्थानों पर चोरी व लूट की घटना की, जिसमें में तीन बार पकड़ा भी गया। मैं आई0पी0 स्टेट थाने से लूट में, रेलवे नई दिल्ली से चोरी में तथा दरियागंज से लूट में जेल गया था। लगभग एक माह पूर्व मेरी मुलाकात मौहम्मद अनवर उर्फ बिहारी व अरशद से हुई थी। वह भी पूर्व में लूट और चोरी की घटना में जेल जा चुके हैं। इनसे मेरी अच्छी दोस्ती हो गयी थी। मैने, अपने साथी अनवर व अरशद के साथ मिलकर मसूरी, देहरादून घूमने के बहाने लूट करने का प्रोग्राम बनाया। हम तीनो दिनांक 12.07.19 को बिना नम्बर की मो0सा0 व स्कूटी से देहरादून पंहुचे। हमारे पास दो तमन्चे भी थे, जो लूट के दौरान हमने लोगो को डराने व धमकाने के लिये रखे थे। दिनांक 12.07.19 को रात्रि के समय लगभग 08.00 बजे मैं और मौ0 अनवर मोटरसाइकिल से लूट के लिए निकले, हम दोनो देहरादून स्थित एक पुलिस चौकी से थोड़ा आगे स्थित एक कालोनी के अन्दर पंहुचे, जहां पर पैदल चल रही एक महिला से उसकी सोने की चेन छीन ली तथा वहां से भाग गये। इसके बाद हम तीनो लोग देहरादून में ही रेलवे स्टेशन के पास सो गये थे। अगले दिन दिनांक 13.07.19 को रात्रि के समय इसी मो0सा0 से मैंने और मौ0 अनवर ने सहारनपुर चौक से स्कूटी सवार एक महिला-पुरूष का पीछा किया व एक सोसाईटी के अन्दर जाकर तमन्चा दिखाकर उसकी गले में पहनी सोने की चेन लूट कर वंहा से भाग गये। इसके बाद हम तीनो गांधी रोड़ देहरादून में रंगमहल नाम के होटल में रूके, जहां पर आई-डी के रूप में अनवर में अपने आधार कार्ड की छायाप्रति दी तथा एक मो0नं0 अंकित कराया था। दिनांक 14.07.19 की प्रातः ज्यूपिटर स्कूटी से मैंने और अरशद ने दोपहर के समय देहरादून में महिन्द्रा शोरूम के नजदीक एक प्राईमरी स्कूल के सामने स्कूटी सवार एक महिला को रोककर उससे चेन लूटने का प्रयास किया परन्तु महिला ने चेन को पकड़ लिया, जिस पर हमने उसके पास में रखे पर्स को छीनकर भाग गये। पर्स के अन्दर लगभग 2500-3000 रूपये थे, जिन्हे हमने खाने पीने में खर्च कर दिया था। आज जो स्कूटी के अन्दर से लेदर का चाकलेटी रंग का पर्स मिला यह वही पर्स है। दिनांक 14.07.19 को इसी ज्यूपिटर स्कूटी से मैंने और मौ0 अरशद ने सहारनपुर चौक देहरादून से स्कूटी सवार दो महिलाओं का पीछा किया जब वह महिलायें एक कालोनी के अन्दर पंहुची तो मौका देखकर हमने तमन्चा दिखाकर उससे सोने की चेन लूट ली व वहां से भाग गये। इसी दिन सांय के समय इसी ज्यूपिटर स्कूटी से अरशद और मैंने देहरादून में किसान भवन से अन्दर गली में स्कूटी सवार दो महिलाओं को रोककर, उनकी स्कूटी बन्द कर, उन्हे तमन्चा दिखाकर झपट्टा मारकर उनमें से एक महिला के गले से सोने की चेन छीन ली व वहां से भाग गये। दिनांक 14.07.19 को मैं व अनवर चेन लूटने के लिये ऋषिकेश आये व ऋषिकेश में एक पुल के नजदीक शिवलोक नाम के होटल में ठहरे जहां पर मैंने अपने आधार कार्ड की छायाप्रति दी व अपना मोबाईल नम्बर अंकित कराया। अरशद स्कूटी से सीधे हरिद्वार चला गया था, वह हमारे साथ ऋषिकेश नही आया। दिनांक 15.07.19 को दोपहर के समय हम दोनो ऋषिकेश में एक स्कूल के पास खडे होकर आने जाने वाली चेन पहने वाली महिलाओं पर नजर रखने लगे कि इतने में हमने देखा कि एक महिला ने चेन पहने हुये कार में बैठी बच्चो की छुट्टी का इन्तजार कर रही थी। हम दोनो ने तमन्चा दिखाकर महिला को डराया व उसकी सोने की चेन लूट कर वहां से भाग गये। जिसके बाद हम दोनो ऋषिकेश में ही एक आम के बगीचे के बराबर में जाकर खड़े हो गये, थोड़ी ही देर में एक स्कूटी सवार महिला हमसे थोड़ा आगे आकर रूक गयी व फोन पर बात करने लगी। मौका पाकर हमने महिला को तमन्चा दिखाकर उसके गले से चेन लूट ली। जब हम लोग चेन लूटकर वापस मुड़े इतने में सामने से आ रहे मो0सा0 सवार दो लड़को ने हमे घटना करते देख लिया, जिस पर हमें रोकने के लिये उन्होने हमारे उपकर प्लास्टिक की खाली बाल्टी फेंकी जिससे हम लोग बाल बाल बचे व वहां से भागकर सीधे होटल शिवलोक पंहुचे, जहां पर हम दोनो अपने कपड़े बदलकर अपना सामान लेकर सीधे हरिद्वार के लिये निकल गये। हमने पुलिस चैकिंग के डर से दोनो तमन्चों व कारतूसों को अलग अलग पॉलीथीन में रखकर ऋषिकेश व हरिद्वार के मध्य श्यामपुर नाम की जगह में रेलवे फाटक से आगे पुलिया के पास झाड़ियों के नीचे छिपा दिया था। इसके बाद हम लोग सीधे हरिद्वार पंहुचे, जहां पर हमें अरशद मिला। इसके बाद हम तीनो सीधे दिल्ली आ गये। दिल्ली में हमने इन चेनो को बेचने का काफी प्रयास किया परन्तु सुनार द्वारा चेन खरीदने से पूर्व हमारा व चेनो का पूरा विवरण मांगा गया, जिस पर हम तीनो चोरी की चेनो को वहां पर नही बेच पाये व इधर उधर घूमते रहे। हमें किसी ने बताया कि हरिद्वार में कलियर में यह सोने की चेन आराम से बिक सकती हैं, जिस कारण आज दिनांक 22.07.19 को हम तीनो इन चेनों के बेचने के लिये कलियर आ रहे थे कि आप लोगो ने पकड़ लिया व अरशद मौके से फरार हो गया। हम दोनो छिपाये गये तमन्चों व कारतूसों को बरामद करा सकते हैं।

नोट- उपरोक्त अभियुक्तों के द्वारा जनपद देहरादून के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में लगातार चेन स्नेचिंग की घटनाओं को कार्य करने पर क्षेत्र में एक भय व्याप्त हो गया था जिस पर अधिकारी द्वारा मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल अनावरण हेतु आदेशित किया गया था एवं उक्त घटनाओं के सफल अनावरण होने पर उच्चाधिकारियों एव जनपद देहरादून की जनता द्वारा उच्चाधिकारियों एवं गठित पुलिस टीम के इस कार्य की सराहना की है। अभियुक्तों को समय से माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेजा जाएगा।

पुलिस टीम :-

थाना ऋषिकेश
1- श्री रितेश साह, प्रभारी निरीक्षक ऋषिकेश
2- उप निरीक्षक मनोज नैनवाल व.उ.नि थाना ऋषिकेश
3-. उ.नि ओम कांत भूषण
4-उप निरीक्षक विनय शर्मा
5- का. नवनीत सिंह,
6-का. मनोज कुमार
7-का. संदीप कुमार
8-का. संजीव
9-का. कमल जोशी
10- का. सोनी

एसओजी देहरादून
1- श्री ऐश्वर्य पाल, प्रभारी निरीक्षक एसओजी
2- का. ललित कुमार
3- का. प्रमोद कुमार
थाना रायपुर
1- उप निरीक्षक मनोहर रावत
2- उपनिरीक्षक संदीप कुमार
3-का. ललित
4-का. सुनील कुमार
थाना बसंत बिहार
1- उप निरीक्षक धनीराम पुरोहित
2- का0 रविन्द्र टम्टा (थाना डोईवाला)

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