उत्तर प्रदेश दो लाल का मोस्ट वॉन्टेड इनामी अपराधी दून में गिरफ्तार l
देहरादून : उ0प्र0 का मोस्टवाण्टेड रू0दो लाख का ईनामी अपराधी कौषल कुमार चैबे की गिरफ्तारी विगत कुछ समय से पुलिस उपमहानिरीक्षक एस0टी0एफ0, को सूचना प्राप्त हो रही थी कि, उpत्तर प्रदेश के कुछ शातिर व ईनामी अपराधी उत्तराखण्ड में शरण लेकर रह रहे हैं। इस सूचना पर पुलिस उप महानिरीक्षक एसटीएफ श्रीमती रिधिम अग्रवाल ने निरीक्षक संदीप नेगी के नेतृत्व में एसटीएफ की एक टीम का गठन कर उक्त सम्बन्ध में कार्यवाही करने हेतु लगाया गया। इस टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए उत्तर प्रदेश के कुछ शातिर व ईनामी अपराधियों को चिन्हित किया गया तथा उनके व उनके परिवार तथा उनसे सम्पर्क करने वालों व्यक्तियों के सम्बन्ध में सूचना संकलन की कार्यवाही आरम्भ की गई । विगत एक महीने से एसटीएफ उत्तराखण्ड एैसे कुख्यात अपराधी की तलाष में अपराधियों की शरण स्थली बने उत्तराखण्ड के हरिद्वार, देहरादून तथा ऋषिकेष के विभिन्न बैंकों में अपराधी के सम्बन्धियों के बैक एकाउण्टो, केबिल कनेक्षनों, पानी व बिजली के कनेक्षनों तथ जमीन सम्बन्धित सम्पत्तियों की रजिस्ट्रियों की निगरानी कर जानकारी संकलित की जा रही थी। इसी कार्यवाही के दौरान उत्तर प्रदेष के एक कुख्यात ईनामी अपराधी कौषल कुमार चैबे पुत्र स्व0 कमल नाथ चैबे निवासी चैन छपरा थाना हल्दी जनपद बलिया उत्तर प्रदेष के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण इनपुट प्राप्त हुए। उक्त सूचना पर एसटीएफ की टीम द्वारा कार्य करते हुए दिनांक29-05-2019 को जनपद देहरादून के थाना नेहरूकालोनी क्षेत्रान्र्तगत हरिद्वार बाई पास रोड पर रिस्पना के समीप स्थित एक होटल मीनाक्षी के सामने सड़क पर गिरफ्तार किया गया , जो कि आज अपने पुत्रों कीर्तीमान व दीप्तीमान से मिलने के लिए देहरादून आ रहा था। गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्त कौषल कुमार चैबे के कब्जे से एक विदेषी ग्लाॅक पिस्टल .40 मय57 जिन्दा कारतूस तथा 04 मैगजीन व एक फोल्डिग बट बरामद किया गया।
उक्त ईनामी अपराधी कौषल कुमार चैबे की गिरफ्तारी के सम्बन्ध में जनपद देहरादून के थाना नेहरूकालोनी में अभियोग पंजीकृत कराया गया।
विगत 15 वर्शो से आतंक का पर्याय बने उत्तर प्रदेष राज्य का मोस्ट वाण्टेड रू0 2,00,000/- दो लाख का कुख्यात ईनामी अपराधी कौषल कुमार चैबे को आखिरकार उत्तराखण्ड एस0टी0एफ0 टीम द्वारा दिनांक 29मई 2019 को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है।
उक्त कुख्यात अपराधी कौषल कुमार चैबे के बारे में जानकारी प्राप्त करने पर ज्ञात हुआ है कि, कुख्यात अपराधी कौषल कुमार चैबे उ0प्र0बलिया टेªजरी के हेड आफिस में एकाउण्टेन्ट के पद पर कार्य करता था। इसके परिवार के लोगों का ग्राम प्रधान को लेकर गाॅव में झगड़ा हो गया था, इसी झगड़े में विपक्षीगण ने कौषल कुमार के पिता को गोली मारी थी परन्तु वह बच गया था । इसी रंजिष में कौषल कुमार ने अपने विपक्षी पप्पू चैबे पर गोली मारी थी लेकिन वह बच गया। कौशल कुमार चौबे ने उक्त घटना के बाद कोर्ट में सरेण्डर कर दिया तथा बाद में जमानत पर रिहा हो कर जेल से बाहर आ गया था । जेल से बाहर आने पर कौषल कुमार चैबे का पप्पू चैबे से आपसी समझौता हो गया था, परन्तु कुछ दिनों बाद पप्पू चौबे की हत्या हो गई थी जिसमें कौषल कुमार चौबे नामजद होने पर उसको गिरफ्तार कर लिया गया था। इसी मामले में जमानत पर बाहर आने के बाद ग्राम प्रधान के चुनाव में दोबारा परिवार के विवाद आरम्भ हो गये और विवाद में कौशल चौबे के चाचा दुर्गादीन चौबे ने कौशल चैबे के भाई अजित चैबे पर फायर कर दिया जो बच गया था, परन्तु अजीत चौबे ने अपने चाचा दुर्गादीन की हत्या कर दी थी।
जमानत पर आने के बाद कौशल चैबे ने पप्पू सिंह नाम के एक व्यक्ति के साथ मिलकर बलिया (माॅझी) पी0डब्लू0डी0 में ठेकेदारी का काम षुरू किया गया परन्तु हिस्सेदारी को लेकर पप्पू सिंह एवं कौषल चैबे के मध्य विवाद हो गया था, बाद में पी0डब्लू0डी0 के उक्त ठेके को कौशल चौबे ने अकेले ही ले लिया था। इसी बात को लेकर पप्पू सिंह कौषल चैबे से आपसी रंजिष रखता था। इसी दौरान पप्पू सिंह का किसी इंजीनियर से विवाद होने के कारण पप्पू सिंह ने एक इंजीनियर को रेलवे स्टेषन पर मरवा दिया था जिसमें व एक पुलिस कर्मी की भी हत्या हुई थी।
वर्श2004 में बलिया पी0डब्लू0डी0आफिस में एक टेण्डर प्रक्रिया के दौरान पप्पू सिंह व कौषल चैबे के भाई अजित चैबे , अरूण चैबे के बीच टेण्डर को लेकर मारपीट व फायरिंग हो गई थी, जिसमें पप्पू सिंह के गु्रप के चार व्यक्तियों की हत्या हो गई थी तथा कौषल चैबे का भतीजा षेरा चैबे भी घायल हो गया था, जिसे कौषल चैबे का बेटा अंषुमन चैबे इलाज के लिये अस्पताल ले गया था। इसी दिन पुलिस से हुई मुठभेड़ में कौषल चैबे का बेटा अंषुमन मारा गया था। इसी रंजिष के कारण कौषल चैबे के भाई षैलेन्द्र कुमार चैबे की भी हत्या हो गई थी तथा इसी रंजिष/विवाद के चलते कौशल चौबे के भाई अरूण कुमार चौबे के साले ने पप्पू सिंह गु्रप के दो व्यक्तियों की हत्या कर दी थी।
वर्श2004 में बलिया में पी0डब्लू0डी0 की उक्त घटना के बाद से ही अपराधी कौषल कुमार चैबे ने अपना घर छोड़ दिया था तथा पुलिस की गिरफ्तारी के डर से छिपने तथा काम करने के उद्वेष्य से हरिद्वार आ गया था । हरिद्वार में पूजा-पाठ का काम करते हुए हरिद्वार से ही बलिया के काम को देखता था। इसी दौरान अपराधी कौशल कुमार शिमला में भी 2-3साल रह कर ठेकेदारी का काम करता रहा तत्पष्चात् अपने रहने का ठिकाना बदल-बदल कर भट्टा गांव (मसूरी), नरेन्द्रनगर(टिहरी), नेपाली तिराहा(रायवाला) एवं वर्श 2019माह फरवरी से हरिपुरकलां (रायवाला) में अपनी पत्नी के साथ अपने फ्लैट मे रह रहा था।
गिरफ्तार अपराधी कौशल कुमार चौबे ने पूछताछ के दौरान बताया कि, जब वह शिमला में रह रहा था तब एसटीएफ उत्तर प्रदेश की टीम इसे गिरफ्तार करने शिमला आई थी परन्तु एसटीएफ उ0प्र0 की टीम से आमना सामना होने के बावजूद वह निकल कर भाग गया था। इसके अतिरिक्त देहरादून-ऋषिकेष में कौशल कुमार चौबे के बेटों के शादी के अवसर भी अपराधी कौशल चौबे की मौजूदगी की सम्भावना के दृश्टिगत उ0प्र0एसटीएफ द्वारा इसे गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया था परन्तु उस समय यह नहीं मिल सका। कुख्यात अपराधी कौशल कुमार चौबे के विरूद्व उ0प्र0 में हत्या, बलवा, गैगेस्टर, गुण्डा अधिनियम एवं धोखाधड़ी आदि से सम्बन्धित लगभग29 मुकदमें पंजीकृत है। अपराधी कौषल कुमार के आपराधिक इतिहास से सम्बन्धित विवरण संलग्न है।
उल्लेखनीय है कि, उक्त दो लाख के ईनामी कुख्यात अपराधी कौषल कुमार चैबे के आपराधिक इतिहास के सम्बन्ध में एक डाक्यूमेन्ट्री फिल्म यू-टयूब पर प्रचलित है।
उक्त अपराधी की गिरफ्तारी में एस0टी0एफ0उत्तराखण्ड की टीम में निम्नलिखित अधिकारी एवं कर्मचारी षामिल रहे:-
1-निरीक्षक संदीप नेगी
2-हे0का0 वेद प्रकाष भट्ट
3-कान्स0 लोकेन्द्र सिंह
4-कान्स0 महेन्द्र सिंह
गिरफ्तार अभियुक्त से बरामदगी का विवरणः-
1- एक .40 ग्लांक पिस्टल
2- 04मैगज
3- 57जिन्दा कारतूस एवं एक फोल्डिंग बट