उत्तराखंड : जहरीली शराब प्रकरण में आबकारी विभाग के 13 अधिकारियों को निलंबित किया I

उत्तराखंड : जहरीली शराब प्रकरण में 13 लोगों पर गज गिरी है। आबकारी विभाग ने 13 अधिकारी-कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।

आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आबकारी निरीक्षक समेत 13 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं।

शराब कांड में हुई मौतों पर सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए ये बड़ी कार्रवाई की है। खुद आबकारी मंत्री ने ट्वीट के जरिये भी इसकी जानकारी दी।

प्रमुख सचिव आनंद वर्द्धन के मुताबिक सम्बंधित क्षेत्र के एक्साइज इंस्पेक्टर, डिप्टी एक्ससाइज इंस्पेक्टर सहित 13 अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। डीएम, एसएसपी और आबकारी विभाग के तमाम अभिकरियों को मौके पर भेजा गया है। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम को उसी जगह पर कैंप और जांच के लिए नियुक्त किया है।

प्रमुख सचिव आनंद वर्द्धन ने आबकारी अधिकारियों को बैठक में सख्त निर्देश देते हुये सभी अधिकारियों को अलर्ट किया है। साथ ही ये भी हिदायत दी गई है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं।

आबकारी निरीक्षक सहित 13 लोगों को किया निलंबित…….

1) आबकारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह

2) प्रधान आबकारी सिपाही महेश चंद्र पन्त

3) प्रधान आबकारी सिपाही जगमोहन सेठी

4) प्रधान आबकारी सिपाही अजब सिंह

5) आबकारी सिपाही प्रमिल कुमार,
6) अनुरानी,
7) सृष्टि यादव

8) आबकारी निरीक्षक दर्शन सिंह

9) उप आबकारी निरीक्षक लाखीराम सकलानी

10) प्रधान आबकारी सिपाही विनोद सिंह

11) आबकारी सिपाही प्रमोद कुमार,
12) अंजू गिरी और
13) पूजा देवी को किया गया निलम्बित

हरिद्वार में 28 लोगो की मौत के बाद आबकारी विभाग ने 13 कर्मचारियों के खिलाफ करवाई तो कर दी मगर आबकारी अधिकारी को बचाने में कामयाब हो गए।

जी हाँ ये सबसे बड़ा सवाल है कि कैसे जिले के कर्ताधर्ता के खिलाफ कोई करवाई नही हुई,जबकि ऐसे गंभीर मामलों में तो जिले के कई आलाधिकारी भी करवाई की चपेट में आ जाते है।

लेकिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी को बचाने का खेल शरू हो गया है,ये वही आबकारी अधिकारी है जिनके खिलाफ कुछ समय पहले शराब ठेकेदारों ने अवैध वसूली का आरोप लगाया था,मगर तब भी इनके ऊपर कोई करवाई नही हुई थी।

सूत्रों की माने तो हरिद्वार के जिला आबकारी अधिकारी प्रशांत कुमार मुख्यालय में बैठे एक कद्दावर अधिकारी के खास बताये जाते है,जिसकी वजह से वो बार बार किसी भी करवाई से बच जाते है।

भ्रष्टाचार मुक्त राज्ये बनाने या दावा करने वाली इस डबल इंजन की बीजेपी सरकार को क्या ये दिख नही रह है या बस अदने से कर्मचारियों पर करवाई कर अपनी पीठ थपथपा के वाहवाही लूटने का मन बना लिया I

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