उत्तर प्रदेश : एसएसपी वैभव कृष्ण का सर्जिकल स्ट्राइक, रिश्वत खोरी के खिलाफ चलाई चाबुक I

गौतमबुद्धनगर : जिले के कप्तान एसएसपी वैभव कृष्ण के बारे में मशहूर है कि वे ना तो गलत करते हैं न ही गलत बर्दाश्त करते हैं। यही वजह है कि ईमानदार अधिकारी के रूप में पहचान बना चुके एसएसपी वैभव कृष्ण ने अब तक जिन –जिन जिलों की कमान संभाली वहां भ्रष्टाचार का नामों-निशान मिटाकर ही दम लिया। इतना ही नहीं वे अपने महकमें में भी रिश्वतखोरी या घूसखोरी को कतई बर्दाश्त नहीं करते है, और अगर एसएसपी के अधीन कोई मातहत नोटों की भूख के आगे बेबस होकर घूस की रकम से जेब भरता पकड़ा जाता है तो फिर उसे एसएसपी वैभव के कोप से कोई नहीं बचा सकता। और एक बार फिर नोएडा में एसएसपी वैभव का रिश्वतखोरी के खिलाफ चाबुक चला है। जानकारी के मुताबिक एसएसपी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नोएडा के सेक्टर-20 के एसएचओमनोज पंत समेत तीन पत्रकारों को घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया और सीधा सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

जानिए क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि एसएसपी वैभव कृष्ण ने हाल-फिलहाल ही नोएडा की कमान संभाली है। इससे पहले वे गाजियाबाद के कप्तान थे। वहीं आपको बता दें कि वैभव कृष्ण ने जिस भी जिले की कप्तानी संभाली है वहां उन्होने भ्रष्टाचारियों की ईंट से ईंट बजा दी है। और अब वैभव कृष्ण नोएडा के एसएसपी बनकर आए है यहां भी चार्ज संभालने के पहले दिन से ही उन्होने अधीनस्थ मातहतों के पेंच टाइट कर रखे हैं। उन्होने मीटिंग कर नोएडा की पुलिस को दो टूक कहा था कि वे अपने जिले में क्या अपने महकमे में भी भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे और अगर कोई पुलिसकर्मी घूस लेता पकड़ा गया तो फिर उसकी खैर नहीं। एसएसपी की लाख हिदायत के बावजूद कई पुलिसकर्मी उऩ्हे हल्के में लिए बैठे थे लेकिन ये उनकी भूल थी।लेकिन एसएसपी ने अपने मातहतों को अपने सख्त तेवरों का सबूत दे ही दिया। जानकारी के मुताबिक एसएसपी वैभव कृष्ण ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नोएडा के सेक्टर-20 थाना प्रभारी मनोज पंत को खुद रंगे हाथों आठ लाख रुपए की घूस लेते गिरफ्तार किया है। मनोज पंत के साथ एक निजी चैनल में काम करने वाले तीन पत्रकारों को भी घूस लेते हुए गिरफ़्तार किया गया है। आपको बता दें कि ये चारों आरोपी एक कॉल सेंटर से वसूली कर रहे थे। कॉल सेंटर और चारों आरोपियों के बीच करोड़ों की डील होनी थी। लेकिन ऐन मौके पर एसएसपी पहुंच गए और ये चारों घूस लेते रंगे हाथों पकड़े गए। वहीं एसएसपी ने मौके से एक पिस्टल भी बरामद की है

कोर्ट में पेश कर भेजे जाएंगें जेल
गौरतलब है कि इसी मामले में आरोपी अतिरिक्‍त एसएचओ जयवीर सिंह को निलंबित कर दिया गया है.। इन सभी पर आरोप है कि इन्‍होंने नवंबर 2018 में की गई एफआईआर से नाम हटाने के नाम पर कॉल सेंटर मालिक से 8 लाख रुपये की रिश्‍वत ली। वही एसएसपी ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी इंस्पेक्टर और तीनों पत्रकारों को हवालात में पहुंचा दिया है। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही कोर्ट में पेश कर उन्हे जेल भेज दिया जाएगा

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