10 मार्च को तिब्बती जनक्रांति के 60 वीं वर्षगांठ पर शहीदों की याद में निकाली रैली I
देहरादून :एक अक्टूबर 1949 के दिन चीनी सामान्य वादी शासकों ने चीनी लोग गण राज्यों की स्थापना की इसके उपरांत उन्होंने तिब्बत को मुक्ति दिलाने के दिखावे पर तिब्बत के भीतर आक्रमण करते हुए समस्त तिब्बत वासियों को अपने आधीन कर कर लिए गए l
दूसरी ओर तिब्बत में नरसहार मस्त है जैसे स्थिति के बचाव में परम पावन दलाई लामा जी ने व्यवस्था पूर्वक 17 सूत्री समझौते पर हस्ताक्षर करवाए गए तिब्बत में चीनी सैनिकों की बढ़त हालात को देखते हुए तिब्बती घरों से उनके जीविका के लिए भोजन प्रबंध कराने का आदेश दिए गए, इसके अंतर्गत अब तक तिब्बत में 153 शाहिद देश प्रेमियों ने आत्महत्या करी जिसमें 22 लोगों के घायल होने तथा उनके विषय में कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई और दूसरी और 131 लोग शहीद हुए हैं अर्थात इन 60 वर्षों में तिब्बती के जनमानस पर आता है स्वयं चलने की रहने की ओर व्यवहार करने की मूलभूत मालवीय मूल्य का जिस तरह हनन हुआ है वह नियंत्रण चल रहा है l
हनन होने के साथ-साथ परम पावन दलाई लामा जी की ना केवल दीर्घायु की कामना करते है अति अति उनके हर कार्य कार्य के लिए मनोकामना करने के साथ-साथ तिब्बती मुक्ति के साधनों के शीघ्र सफल होने की कामना करते है l उज्जैन जू एवं हरीश जू क्लेमेंट टाउन चीफ सेक्रेट्री देहरादून के साथ-साथ हजारों तिब्बती जन उपस्थित रहे l