समाज के लोगों की मदद व मार्गदर्शन पद पर रहते हुए करें, तभी समाज मजबूत होकर आगे बढेगा : जय सिंह ।

लखनऊ : आज दिनांक 09 अगस्त 2020 को अपना इम्प्लाई क्लब भारत द्वारा वर्तमान शिक्षा प्रणाली व पाठ्यक्रम में दाखिले की चुनौतियां और संभावनाएं विषय पर गूगल मीट के माध्यम से राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया, जिसमे सिविल सर्विसेज, इंजीनियरिंग, मेडिकल, जुडिसरी, नेट, सी-टेट इत्यादि अन्य सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की रणनीति और आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला गया ।

इस वेबिनार में सभी सेवाओं व क्षेत्र यानि आईएएस, आईपीएस, आईआईएस, पीसीएस, डॉक्टर, इन्जीनियर, न्यायिक मजिस्ट्रेट, प्रोफ़ेसर, आईएएस कोचिंग के डायरेक्टर सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी विषय विशेषज्ञ के रूप में शामिल रहे, जिनको सुनने के लिए भारत के हर राज्य के प्रतिभागी बड़ी संख्या में हिस्सा लिए और अपनी अपनी जिज्ञासाओं को विषय विशेषज्ञों द्वारा पूछकर पढाई करने की रणनीति और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से सम्बंधित आवश्यक जानकारियां प्राप्त किए ।

मुख्य अतिथि के रूप में इस राष्ट्रीय वेबिनार को संबोधित करते हुए आईपीएस राजीव कुमार ने बताया की तैयारी करने व पढाई करने का कोई शार्ट कट नहीं है, लक्ष्य निर्धारित करके उसे प्राप्त पाने के लिए, कठिन मेहनत करना ही होगा, सिविल सर्विसेज के लिए सभी विषयों की अच्छी जानकारी होनी चाहिए तथा समय समय पर अपडेट भी होती रहनी चाहिए, सभी प्रतिभागियों को बताया की अपना कांफिडेंस लेवल बढाकर हर मुश्किल कार्य को आसान बनाया जा सकता है ।

विशिष्ट अतिथि के रूप में जिंदल स्टील के पूर्व वायस प्रेसिडेंट, ई० विजय कुमार कनौजिया ने इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे प्रतियोगी छात्रों को बताया की जब तक हम अपने इतिहास को नहीं जानेगे तब तक भटकते रहेंगे , हमे अपने इतिहास को लिखना होगा तथा सभी के बीच जाना होगा अपना निर्णायक ख़ुद ही बनाना होगा, कभी भी अपने को कमजोर या कमतर नहीं समझाना चाहिए, अपनी सफलता की कहानी के माध्यम से सभी को मार्गदर्शन किए ।

कार्यक्रम के संयोजक आईआईएस जय सिंह ने सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा की समाज को मजबूत करने के लिए सभी को सामान रूप से सकारात्मक सोच के साथ मदद करना होगा, जब तक एक दूसरे का साथ व सहयोग नहीं मिलेगा तब तक किसी भी तरह से मजबूत और निर्णायक स्थिति में नहीं आ सकते, रणनीति तय करके हर साल देश में 50 से 60 आईएएस बनाने का सपना पूरा करना होगा, यह तभी संभव है जब हर अधिकारी अपना कर्तब्य ईमानदारी से निभाकर तैयारी करने वाले बच्चों का मार्गदर्शन करेंगे ।

न्यायिक सेवा से गगन भारती पीसीएस-जे ने न्यायिक सेवा में जाने के लिए युवाओं को प्रेरित किया और कहा की समाज के लोगो को हमेशा सकारात्मक सोच के साथ किसी भी काम को करने की जरुरत है, हम जल्दी ही किसी काम को लेकर हताश हो जाते है इससे बचना है, बच्चों को हर हाल में उच्च शिक्षा देकर उनको उनकी मंजिल तक पहुचने के लिए प्रेरित किया जाना बहुत ही आवश्यक है ।

आईईटी, लखनऊ के प्रोफ़ेसर डॉ० कुलदीप सहाय ने बताया की वर्तमान परिवेश और मांग के अनुसार बच्चों को तकनीकी शिक्षा और व्यवसायिक शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए, डिप्लोमा, बी-आर्क, बी-प्लानिंग और अन्य व्यावसायिक कोर्स करके अपना कैरियर बनाया जा सकता है ।

भीमराव अम्बेडकर केन्द्रीय विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफ़ेसर डॉ शालिनी चंद्रा ने सभी प्रतिभागियों को एक प्रजेंटेशन के माध्यम से सभी कोर्स व आगे उससे सम्बंधित कैरियर या रोजगार के बारे में विस्तृत रूप से बताया, जिसे प्रतिभागियों ने बहुत सराहा ।

दिल्ली विश्वविद्यालय के कालिंदी कालेज में सहायक प्रोफ़ेसर डॉ सीमा माथुर ने सभी को संबोधित करते हुए बताया की जब बच्चे हाई स्कूल या इंटर पास करके उच्च शिक्षा की तरफ बढ़ाते है तो उनको बहुत साडी दुविधाए रहती है की कौन सा कोर्स करने से किस तरह की नौकरी मिलेगी , इस पर उन्होंने कैरियर ओरिएंटल कोर्स के दाखिले और चुनौतियों के बारे में जानकारी दी ।

इस वेबिनार को सीएफटीआई के सहायक प्रोफ़ेसर डॉ हरीश आर्या, एसवीपी कृषि तकनीकी विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर डॉ सत्येन्द्र कुमार, वैदिक आईएएस कोचिंग के निदेशक अवनीश चौधरी ने भी संबोधित किया ।

भारतीय रेल के अधिकारी अनूप कनौजिया ने समाज को एक एक व्यक्ति से जुड़ने और उनके लिए कल्याणकारी विचारो के साथ हर संभव मदद करने की योजना पर काम करने पर बल दिए तथा भविष्य में इस तरह के आयोजन से जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हर संभव तैयार रहने की बात कही और सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया , इस वेबिनार में तकनीकी सहयोग राम प्रवेश रजक का रहा जो बहुत ही सफल रहा ।

इस तरह के आयोजन का उद्देश्य आपसी संबंधों को मजबूत करते हुए एक दूसरे की हर स्तर पर मदद करना है। बताते चलें कि सोशल मीडिया के जरिए ऐसे कई विकासात्मक कार्य हुए हैं जिनमें लोकतंत्र को समृद्ध बनाने का काम हुआ है, जिसमें किसी भी देश की एकता अखंडता पंथनिरपेक्षता समाजवादी गुणों में अभिवृद्धि हुई है।

इस वेबिनार में रामेश्वर दयाल, सत्य प्रकाश, गौरी शंकर, गया प्रसाद, मुनेश्वर प्रसाद, सहित 100 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया |

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