मधुमक्खी पालन को स्वरोजगार से जोड़ कर किसानों की आय होगी दोगुनी : डॉ धन सिंह रावत।
देहरदाून : आज 21 मई 2020 को सहकारिता उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकाॅल (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री डाॅ धन सिंह रावत ने आज राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) द्वारा राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन दिवस के संदर्भ में आयोजित सेमिनार को संबोधित किया।
एनसीडीए के क्षेत्रीय कार्यालय से सेमिनार से जुड़े डाॅ रावत ने अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रदेश में मधुमक्खी पालन की असीम संभावनाएं है, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य मधुमक्खी पालन को स्वरोजगार से जोड़ कर किसानों की आय दोगुनी करना है।
एनसीडीसी के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डाॅ धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश की जलवायु मधुमक्खी पालन के अनुकूल है, उन्होंने बताया कि नैनीताल स्थित राजकीय मौन पालन केंद्र ज्योलिकोट मौन पालन के क्षेत्र में देश में विशिष्ट स्थान रखता है।
उन्होंने कहा कि यहां के मौनगृह का माॅडल विश्व प्रसिद्ध है, इसके अलावा सहकारिता मंत्री डाॅ धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में लगभग 6 हजार लोग मौन पालन से जुड़े हैं और प्रतिवर्ष 21164 कुंतल शहर का उत्पादन प्रदेश में किया जाता है। इसके अलावा डाॅ रावत ने शहद के विपणन सहित मौन विष जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी अपने विचार रखे।
इस राष्ट्रीय स्तर के सेमीनार में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये केंद्रीय कृषि सचिव संजय अग्रवाल, सहकारी भारती के रमेश वैद्य, एनसीडीसी के प्रबंधक निदेशक संदीप कुमार नायक, क्षेत्रीय निदेशक उत्तराखंड दीपा श्रीवास्तव, एनसीडीसी के नोडल अधिकारी आनंद शुक्ला सहित विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि जुडे।