बाहरी राज्यों के श्रद्धालुओं को कोरोना निगेटिव और पोर्टल पर पंजीकरण की बाध्यता प्रशासन ने की खत्म।

हरिद्वार : मौनी अमावस्या स्नान के लिए बाहरी राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लाने और पोर्टल पर पंजीकरण की बाध्यता प्रशासन ने खत्म कर दी है। अब गुरुवार को स्नान के दौरान राज्य की सीमा पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की रैंडम सैंपलिंग होगी। दूसरी तरफ प्रशासन ने स्नान सकुशल संपन्न कराने के लिए तैयारी पूरी कर ली है।

मौनी अमावस्या पर उत्तर भारत से बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने हरिद्वार पहुंचते हैं। गुरुवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि श्रद्धालुओं की भावनाओं को देखते हुए 72 घंटे पूर्व की कोरोना निगेटिव जांच रिपोर्ट और पंजीकरण की बाध्यता को मौनी अमावस्या के लिए खत्म कर दिया है।

उन्होंने बताया कि नारसन, सप्तऋषि, चिड़ियापुर, भगवानपुर बार्डर पर स्वास्थ्य विभाग की बीस टीमें रैंडम सैंपलिंग करेंगी। पर्व स्नान को लेकर जिला, मेला और पुलिस प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। हरकी पैड़ी समेत सभी घाटों पर पुलिस बल तैनात कर दिया है। अपर रोड हरकी पैड़ी पुलिस चैकी के पास बैरीकेडिंग कर दी गई है। शिवमूर्ति चैक से आगे वाहनों को जाने की अनुमति नहीं होगी। सिर्फ स्थानीय लोग और पासधारक ही आवाजाही कर सकेंगे।

भारतीय प्राच्य विद्या सोसायटी के संस्थापक डॉ. प्रतीक मिश्रपुरी के मुताबिक गुरुवार को स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 5.30 बजे से 7.30 तक मकर लगन में होगा। जबकि इसके बाद दोपहर 1.30 वृष लगन है। जबकि सामान्य स्नान शाम तक चलता रहेगा। श्रद्धालु स्नान कर सूर्य की आराधना कर दान करेंगे।

कुंभ आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि वाहनों का दबाव अधिक होने की संभावना को देखते हुए कुछ रूटों का डायवर्जन किया गया है। मुजफ्फरनगर से हरिद्वार आने वाले वाहनों को मंगलौर, लंढौरा, लक्सर होते हुए जगजीतपुर से अलग-अलग पार्किंगों में भेजा जाएगा।

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