बसपा सुप्रीमो का पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल बदल, जानिए किसको क्या दायित्व मिले l


लखनऊ : बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में बड़ा एलान किया है। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अपने भाई आनंद कुमार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और रामजी गौतम जी एंव आकाश आनंद जी को नेशनल कोर्डिनेटर,
लोकसभा सांसद दानिश अली को लोकसभा व राज्यसभा सांसद, सतीश चंद्र मिश्रा को राज्यसभा संसदीय दल का नेता, गिरीश चंद्र जी को लोकसभा का मुख्य सचेतक बनाया गया है।
लोक सभा के चुनाव में मिली हार के के बाद निराशावादी कार्यकर्ताओं से बिरोधी पार्टी के लोग श्री सतीश चंद्र मिश्रा जी का बिरोध करा रहें थे माननीया बहन जी ने आज साफ साफ कहा की सतीश चंद्र मिश्रा जी का पार्टी पर बहुत ऐहसान है पार्टी जब जब बुरे दौर से गुजरी है तब तब सतीश चंद्र मिश्रा जी ने पार्टी का साथ दिया है बहन जी ने कहा की चुनाव में हार जीत लगी रहती है हमें निराशावादी नही आशा वादी बनना होगा बहन जी ने कहा की विधान सभा उप चुनाव या आम चुनाव में पार्टी किसी भी दल से गठबंधन नही करेगी कार्यक्रताओं को अपने अपने विधान सभा में सर्व_समाज में भाई चारा बनाना होगा।
बहन जी नें कहा की मुस्लिम समाज नें बहुजन समाज को बड़े पैमानें पर वोट दिया है मुस्लिम समाज का बहुत बहुत आभार।
बहन जी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को आगाह किया की बिना मेरे आदेश के किसी भी आंदोलन,धरना प्रदर्शन में पार्टी के कार्यक्रता भाग नहीं लेगें।

आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के बाद रविवार को पहली बार देश भर के जिम्मेदार नेताओं, पदाधिकारियों और जोन इंचार्जों के साथ लखनऊ में बैठक कर रही है, माना जा रहा है कि बैठक में पदाधिकारियों को विभिन्न राज्यों में अगले साल तक होने वाले विधानसभा चुनावों व जनाधार बढ़ाने के बारे में जरूरी दिशानिर्देश दिए जाने की संभावना है।

इसके पहले नेता व कार्यकर्ताओं को बैठक में शामिल होने से पहले अपने बैग, मोबाइल फोन, पेन और कार की चाबियां तक बैठक कक्ष से बाहर बने काउंटर पर जमा करवानी पड़ी।

लोकसभा चुनाव में यूपी से 10 सीटें जीतने के बाद बसपा अध्यक्ष की सक्रियता बढ़ गई है। मायावती सपा से अलग होकर यूपी में अकेले 12 विधानसभा सीटों के उपचुनाव लड़ने का एलान कर चुकी है, इसके अलावा 2022 के विधानसभा चुनाव सभी 403 सीटों पर लड़ने के लिहाज से तैयारी का संदेश देते हुए संगठन पुनर्गठन व जनाधार विस्तार के भी दिशानिर्देश दे चुकी है ।

बैठक में लोकसभा चुनाव नतीजों की समीक्षा से मिले फीडबैक पर चर्चा की संभावना है, इसके अलावा अगले वर्ष तक महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, बिहार व पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के चुनाव संभावित है जिस पर चर्चा हो सकती है। मायावती यूपी में भाईचारा संगठन के गठन के संबंध में की जा रही कार्रवाई का फीडबैक ले सकती है। वह पार्टी के देश भर के जिम्मेदार नेताओं के साथ बैठक के बाद अलग-अलग राज्यों के नेताओं के साथ बैठक कर सकती हैं।

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