प्रधानाचार्यों/प्रबन्धकों, शिक्षाविदों एवं अभिभावक संघो के प्रतिनिधियों के साथ आवश्यक विचार-विमर्श।
देहरादून : जिलाधिकारी डाॅ आर राजेश कुमार की अध्यक्षता में जनपद में विद्यालय खोलने के सम्बन्ध में ऋषिपर्णा सभागार कलेक्टेªट में प्रधानाचार्यों/प्रबन्धकों, शिक्षाविदों एवं अभिभावक संघो के प्रतिनिधियों के साथ आवश्यक विचार-विमर्श किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी सर्व सम्बन्धितों के द्वारा विद्यालय खोले जाने के सम्बन्ध में अपने सुझाव एवं समस्याओं से अवगत कराया, इस दौरान स्कूली छात्र/छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था, टीकाकरण, आॅफलाईन एवं आॅनलाईन शिक्षण, ट्यूशन फीस, एनओसी के अलावा सम्भावित तीसरी लहर, जिसमें बच्चों को प्रभावित करने की आंशका है, में स्कूलों को खोले जाने हेतु राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप खोले जाने पर चर्चा हुई।
जिलाधिकारी ने सभी लोगों को आश्वस्त किया कि बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति हम सभी को सामुहिक रूप से प्रयास करना है ताकि बच्चे भी संक्रमित न हों और शिक्षण व्यवस्था भी चलती रहे। इस दौरान उन्होने कहा कि बच्चों को स्कूल भेजे की अनिवार्यता नहीं है और हाईब्रिड मोड में आॅफ तथा आॅनलाईन शिक्षण कार्य चलाया जायेगा तथा जिन स्कूलों में छात्र संख्या अधिक है वहां ओड, ईवन की व्यवस्था चलाई जायेगी। उन्होंने कहा कि विद्यालय खोलने से पहले स्कूलों में सेनेटाइजेशन, शिक्षण कर्मचारियों का टीकाकरण, साफ-सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त कराया जाना होगा उन्होंने प्रधानाचार्य, प्रबन्धकों/शिक्षाविदों व अभिभावकों को कहा कि स्कूल खोले जाने हेतु राज्य सरकार द्वारा एसओपी जारी की जायेगी। उसी के अनुरूप व्यवस्था चलाई जायेगी।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल द्वारा स्कूल संचालकों/ अभिभावकों एवं प्रबन्धकों को आॅनलाईन शिक्षण व्यवस्था सुचारू रूप से चलाये जाने को कहा। उन्होंने सभी से सहयोग करते हुए राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप कोविड-19 के सभी पहलुओं से अवगत कराया। इस दौरान मुख्य शिक्षाधिकारी डाॅ0 मुकुल सती ने जनपद में 2 अगस्त से कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के विद्यालयों को खोले जाने के साथ ही जारी गाईडलाईन का परिपालन सुनिश्चत कराये जाने का अनुरोध प्रबन्धकों/प्रधानाचार्यों एवं अभिभावकों से किया।