मित्र पुलिस की कार्यशैली पर उठाएं सवाल : अमित कुमार l
देहरादून : आज दिनांक 10 अक्टूबर 2019 को उत्तरांचल प्रेस क्लब देहरादून में प्रेस वार्ता करते हुए अमित कुमार ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल उठाते हुए कहां कि देहरादून के सहसपुर विधानसभा छेत्र में एक तथाकथित राजयमंत्री जिसका नाम नीरज राजपूत बताया जा रहा है, उसने कई लोगो से काम धंदे के नाम पर टेण्डर इत्यादि दिलवाने के नाम पर पैसे ठगे जब इस बारे में अमित ने मामले की आवाज़ उठाई तो तथाकथित राज्य मंत्री रहें नेता नीरज के दबाव में सहसपुर थाना पुलिस ने पीड़ित युवक को दबाव वाली भाषा में पहले तो सहसपुर थाने में बुलाया फिर जबरन पीड़ित पर दबाव डालकर उससे एक वीडीओ बनवाई गई l
जिसमें पीड़ित अमित से यह झूठ बुलवाया गया कि उसके द्वारा पूर्व में नीरज राजपूत पर लगाये गये सभी आरोप बेबुनियाद है, जबकि असली कहानी को पुलिस और नेता ने दबवा दिया, और असली गुनाहगार नीरज का दामन पाक साफ करने का काम किया, कमाल की बात तो यह है कि आरोप लगा रहें युवक ने तथाकथित तौर पर सहसपुर थाने का बताया एक पुलिसकर्मी की ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई जिसमे कथित पुलिसकर्मी पीड़ित युवक को जबरन धमकाते हुए सहसपुर थाने में बुलवा रहा है।
पीड़ित युवक का कहना है कि बस यही वो पल था जब जबरन पुलिस ने पीड़ित युवक की एक वीडियो बनवाई ओर उसे जबरन फेक यू ट्यूब न्यूज चैनल में डाल दी गई,और युवक को सोशल मीडिया पर बदनाम कर दिया गया, जिससे नीरज को लोगो के सिमपथी वोट मिल सके,और इस घटना के बाद अमित को सुसाइड तक करने पर मजबूर कर दिया गया था युवक का आरोप ये भी है कि नीरज जो खुद को पूर्व राज्य मंत्री बता कर लोगो को गुमराह करता है, वो कभी राज्यमंत्री रहा ही नहीं,उक्त सम्पूर्ण विषय हालांकि जाँच का विषय है लेकिन फिर भी ये बड़ा सवाल है कि आखिरकार यदि पीड़ित द्वारा मीडिया को उपलब्ध कराई गई रिकॉर्डिंग में सत्यता है तो फिर किसी पुलिस कर्मी पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है l
अमित कुमार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून से मांग करते है कि इस घटना की तुरंत जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए I