दर्दनाक सड़क हादसे में मां-बेटे समेत तीन की मौत, तीन घायल l
हरिद्वार : मंगलौर में हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में मां-बेटे समेत एक अन्य महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो बच्चों समेत तीन घायल हुए है, उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, वहीं ट्रक चालक मौका देखकर फरार हो गया।
मंगलौर के उदल हैडी गांव निवासी फोनी पत्नी पूनम के अलावा तीन बच्चों और एक महिला के साथ बाइक से रुड़की की ओर जा रहा था, स्टेट बैंक के पास एक ट्रक ने पीछे से उसकी बाइक को टक्कर मार दी, हादसे में पूनम और बेटे सागर और मीनाक्षी की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं, फोनी, दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए है।
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर घायलों को तुरंत ही सिविल अस्पताल में भिजवाया, वहीं ट्रक चालक हादसे के बाद मौका देखकर फरार हो गया, देहरादून-डोईवाला हाईवे पर गुरुवार रात हुए हादसे के बाद डीआइजी ने इसे गंभीरता से लेते हुए इस राजमार्ग के सभी डेंजर जोनों के चिह्नीकरण का निर्देश दिया है।
इसके लिए एसपी सिटी श्वेता चौबे और एसपी देहात परमेंद्र सिंह डोबाल की देखरेख में एक टीम गठित की गई है, जो राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के साथ मिलकर इस मार्ग के डेंजर जोनों को चिह्नित करने के साथ ही उन्हें सुधारने का काम करेगी।
देहरादून-डोईवाला हाईवे पर मणिमाई मंदिर के पास टैंकर और टेंपो ट्रैवलर की भिड़ंत में चार लोगों की मौत के बाद डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने तड़के चार बजे ही पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाकर हादसे की वजह की समीक्षा की।
बैठक में इस हाईवे के सभी डेंजर जोनों के चिह्नीकरण का फैसला लिया गया, इससे पहले एसपी सिटी, एसपी देहात और डोईवाला कोतवाली के इंस्पेक्टर प्रदीप बिष्ट ने घटनास्थल का मुआयना कर हादसे की वजह की जांच की और डीआइजी को रिपोर्ट सौंपी।
डीआइजी ने बताया कि इन दिनों हाईवे का चौड़ीकरण किया जा रहा है। ऐसे में कई जगह सड़क को वन-वे किया गया है। जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बनी हुई है, एसपी ट्रैफिक को निर्देशित किया गया है कि जहां हाईवे को ठीक करने की संभावना हो, वहां सड़क का सुधारीकरण किया जाए, इसके अलावा हाईवे पर जहां पथ प्रकाश की व्यवस्था नहीं है, वहां ट्रैफिक पुलिस संबंधित विभाग से समन्वय बनाकर स्ट्रीट लाइट लगवाएगी।