एससी एसटी के विरोध में कार्य करने वाले संगठनों की सदस्यता त्याग दें शिक्षक : कांता प्रसाद।
देहरादून : अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक एसोसिएशन उत्तराखंड द्वारा “गैर मान्यता प्राप्त संघों की बात न सुनना मूल अधिकारों का हनन” विषय पर आयोजित ऑनलाइन बैठक में मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में बोलते हुए पूर्व न्यायाधीश कांता प्रसाद ने कहा कि एससी एसटी के विरोध में कार्य करने वाले सामान्य संगठनों से अलग होकर अपनी एसोसिएशन को ही शिक्षकों को मजबूत करना होगा।
संविधान में अधिकार प्राप्त एससी एसटी वर्ग की बात सुनना व उस पर कार्रवाई करना सरकार की बाध्यता है। उत्तराखंड शासन के अनु सचिव चंद्र बहादुर ने कहा कि एससी एसटी संविधान में वर्णित एक अलग श्रेणी है। इसे राज्य सरकार नहीं रोक सकती है । प्रदेश अध्यक्ष संजय भाटिया ने कहा कि प्रदेश सरकार एससी एसटी शिक्षकों को विभाग में वार्ता/ बैठक/ पत्राचार का अवसर प्रदान करे। यह हमारा संवैधानिक अधिकार है। इस बाबत प्रत्येक जनपद कार्यकारिणी उचित माध्यम से कोविड-19 का पालन करते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करेगी।
प्रांतीय महामंत्री जितेंद्र सिंह बटोहिया ने संचालन करते हुए कहा कि भारत के संविधान ने नागरिकों को संघ निर्माण का अधिकार दिया है। रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था भी की है। अब यदि सरकार मान्यता ना दे तो क्या उसकी बात भी नहीं सुनेगी ? उसके विरोध में आदेश करेगी ? प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल कुमार ह्यूमन ने कहा कि भारत का संविधान सरकार को अपने नागरिकों के हितों के विरुद्ध आदेश जारी करने का अधिकार नहीं देता है।
प्रांतीय संयुक्त मंत्री विजय बैरवाण ने कहा कि वर्ष 2012 से मान्यता प्राप्त संघों के पदाधिकारी पदोन्नति में आरक्षण का संघ में पद नाम सहित विरोध करते आए हैं इसलिए एससी एसटी शिक्षकों को इनकी सदस्यता नहीं लेनी है। प्रांतीय संरक्षक सोहन लाल ने कहा कि सरकार पंजीकृत संगठन एनजीओ से वार्ता / बैठक / पत्राचार के माध्यम से नीति बनाती है। उनको अनुदान देती है, तो फिर एक पंजीकृत संगठन को एक विभाग में कैसे मना कर सकती है ।
वक्ताओं में जौनसार बावर शिक्षक समिति के प्रदेश अध्यक्ष व एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रघुवीर सिंह तोमर, बामसेफ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व एसोसिएशन की प्रांतीय उपाध्यक्ष सुनीता कपरवाल सामाजिक कार्यकर्ता आशा टम्टा, कुमाऊं मंडल अध्यक्ष धीरज बाराकोटी, मंत्री संजय कुमार टम्टा, बामसेफ के राज्य अध्यक्ष दिनेश टम्टा, खंड शिक्षा अधिकारी छोटे लाल वर्मा, जिलाध्यक्ष पौड़ी बृजेंद्र सिंह आर्य, ओएनजीसी वेलफेयर एसोसिएशन से अजय पाल सिंह, जिला अध्यक्ष बागेश्वर हरीश आगरी, जिलाध्यक्ष उत्तरकाशी मनवीर गौतम, जिला अध्यक्ष पिथौरागढ़ अनिल कुमार, जिला अध्यक्ष अल्मोड़ा भोपाल कोहली, जिला अध्यक्ष नैनीताल विरेंद्र कुमार टम्टा, जिला अध्यक्ष उधम सिंह नगर हरिओम सिंह, मंत्री हरिद्वार जीत पाल सिंह, नैनीताल दीप दर्शन, पौड़ी जगदीश राठी, इंजीनियर सीएल भारती, विनोद कुमार सोडी आदि सहित 86 पदाधिकारियों ने बैठक में प्रतिभाग किया।