ऋषिकेश : बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा ने ऋषिकेश गंगा का दीदार किया I
देहरादून : बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा ने तीर्थ नगरी ऋषिकेश पहुंचकर गंगा किराने मनोहारी दृष्य का लुत्फ उठाया। गोविंदा को तीर्थनगरी इतनी भा गई कि भविष्य में फिल्म की शूटिंग का भी प्लान बना डाला। बेहद खास पल तीर्थनगरी में बिताने के बाद वे हरिद्वार के लिए रवाना हो गए।
बृहस्पतिवार को तीर्थनगरी ऋषिकेश पहुंचे फिल्म अभिनेता गोविंदा ने मुनिकीरेती के रामझूला व स्वर्गाश्रम का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने तीर्थ नगरी के रामझूला पुल से मां गंगा के मनमोहक नजारों का आनंद उठाया। इसके बाद कुछ पल आराम किया फिर मुनिकीरेती स्थित मशहूर चोटीवाला होटल में बैठकर मक्के की रोटी, सरसों का साग और पनीर टिक्के का स्वाद चखा।
इस मौके पर उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि तीर्थनगरी से उनका पुराना नाता रहा है। जब भी मौका मिलता है वे तीर्थनगरी भ्रमण का लोभ संवरण नहीं कर पाते हैं। उन्होंने बताया कि यह बेहद निजी दौरा है। वह केवल जीवनदायिनी मां गंगा का आर्शीवाद व पंसदीदा स्थल पर जीवन के कुछ पल बिताने के मकसद तीर्थ नगरी पहुंचे है।
उन्होंने कहा कि ऋषिकेश इतनी खास और आंखों को सुकून देने वाली जगह है कि आने वाले समय में यहां वादियों में फिल्म की शूटिंग का भी विचार बना रहे हैं। कुछ फिल्म प्रोजेक्ट्स हैं जो आने वाले दिनों में तीर्थनगरी का हिस्सा होंगे।
इस मौके पर होटल के प्रबंधक आनंद भंडारी ने बताया कि अभिनेता गोविंदा को मक्के की रोटी व सरसों के साग और पनीर टिक्के परोसे गए। उन्होंने व्यंजनों की खूब सराहना की। गोविंदा वादा करके गए हैं कि भविष्य में जब भी तीर्थनगरी आने का मौका मिलेगा वे मक्के की रोटी और सरसों के साग का स्वाद जरूर लेंगे।
फिल्म अभिनेता गोविंदा ने शांतिकुंज पहुंचकर पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य और भगवती देवी शर्मा की समाधि प्रखर प्रज्ञा के दर्शन किए। उन्होंने विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डा. प्रणव पंड्या से आशीर्वाद लिया और देव संस्कृति विश्वविद्यालय में महाकाल के दर्शन किए।
गोविंदा बृहस्पतिवार को हरिद्वार पहुंचे। सबसे पहले वह शांतिकुंज पहुंचे और विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डा. प्रणव पंड्या और शैल दीदी से आशीर्वाद लिया। डा. प्रणव पंड्या ने गोविंदा को शांतिकुंज की ओर से चलाए जा रहे अभियान और कार्यक्रम को जानकारी दी।
इसके बाद वह देव संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचे और विवि के प्रति कुलपति डा. चिन्मय पंड्या से मुलाकात की। डा. चिन्मय पंड्या ने गोविंदा को विवि को विवि की उपलब्धियों की जानकारी दी। इसके बाद गोविंदा ने विवि के प्रांगण में ही स्थापित महाकाल मंदिर में पूजा की।