देहरादून : पुलिस को बड़ी कामयाबी, लाखों की ज्वेलरी के साथ ईरानी गैंग की महिला गिरफ्तार I

देहरादून : दिनाँक 24 जनवरी 2019 को श्रीमती सुनीता शर्मा पत्नी श्री धीरेंद्र शर्मा नि0 151 लुनिया मोहल्ला देहरादून ने चौकी धारा पर लिखित सूचना दी कि उनके पति श्री धीरेंद्र शर्मा किसी काम से चकरोता रोड से जा रहे थे तभी दो व्यक्तियो ने उन्हें चक्खु मोहल्ला वाली गली में बुलाया, वह दोनों सादे वस्त्रो में थे, उनसे यह कहकर की वह पुलिस वाले है, यहां 26 जनवरी के कारण चैकिंग चल रही है, और उनकी तलाशी लेने लगे, और कहा कि आपके पास जो भी सोने की चीज है उसको एक रुमाल में रख लो , इनके पति ने दो अंगूठी और एक चाबी रुमाल में रख ली और इसी बीच उन्होंने बातों बातों मे रुमाल में से दोनों अंगूठियां गायब कर दी उसमे केवल चाबियां ही रह गयी थी। इस सूचना पर चौकी धारा पर उचित धाराओ में अभियोग पंजीकृत किया गया, प्रारंभिक पूछताछ पर पीड़ित श्री धीरेंद्र शर्मा द्वारा बताया कि उन दोनों व्यक्तियों के साथ एक महिला भी थी जो उनसे कुछ दूर खड़ी थी। उक्त समस्त घटना के संबंध में श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया को अवगत कराया गया तथा पूर्व में भी उक्त प्रकार की घटनाओ का देहरादून में होना प्रकाश में आया है, जिसको महोदया द्वारा गंभीरता से लेते हुए उक्त घटनाओ के अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए, जिसके अनुपालन में श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर, व co सिटी महोदय के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक के निर्देशन में वरिष्ठ उप निरीक्षक कोतवाली नगर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, टीम द्वारा घटना से संबंधित समस्त लोगो से बारीकी से पूछताछ की गई तथा घटना स्थल के आस पास व संदिग्ध व्यक्तियों के आने व जाने वाले रास्तो पर लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किये गए, करीब 50 कैमरे चेक करने के बाद संदिग्धों की कुछ फोटोग्राफ प्राप्त हुई, जो प्रथम दृष्टया देखने मे तथा क्राइम की मोडस ऑपरेंडी में ईरानी गैंग के सदस्य होना प्रतीत हुआ, इसी इनपुट के माध्यम से सम्पूर्ण भारत मे रह रहे ईरानी गैंग के सदस्यों की पहचान हेतु इनके फोटोग्राफ पुलिस सूत्रों को व्हाट्सएप्प के माध्यम से प्रषित किये गए तथा, अन्य राज्यो की पुलिस से भी उक्त इनपुट को साझा किया गया, तमाम अन्य पुलिस टेक्टिक्स के बाद सूचना मिली कि जिन ईरानी गैंग के लोगो ने देहरादून में घटनाएं की है, वह मूल रूप से बीदर कर्नाटक के रहने वाले है, फ़ोटो ग्राफ से यह अली मिर्ज़ा व सिट्टी प्रतीत हो रहे हैं, और वर्तमान में लखनऊ में किराए पर रहकर उत्तरप्रदेश, राजिस्थान, मध्यप्रदेश,दिल्ली, हरियाणा, पंजाब व उत्तराखंड आदि राज्यो में घटनाओ को अंजाम दे रहे हैं, यह गैंग अपने साथ एक या दो महिलाओं को भी रखते हैं। उक्त सूचना का भली भांति परीक्षण कर एवं उक्त के संबंध में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर उच्चाधिकारीगनो को अवगत कराकर श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक महोदय से अनुमति प्राप्त कर थाना कोतवाली नगर से एक टीम को लखनऊ रवाना किया गया , टीम द्वारा कुशलता का परिचय देते हुए लगातार लोकल इंफोरनर्स से इनके संबंध में जानकारी करते हुए करीब 8 दिन तक पतारसी सुरागरसी करते हुए दिनाँक 5 जनवरी 2019 को सूचना मिली कि दोनों अभियुक्त एक महिला के साथ ज्वैलरी बेचने के लिए आ रहें हैं, महिला को इसलिए अपने साथ लाते हैं कि कोई ज्वैलरी को देखकर शक न करे, इस सूचना पर सभी पुलिस टेक्टिक्स का पालन करते हुए आने वाले रास्ते पर घेराबंदी की गई, जिसमे उक्त महिला को ठगी की गई भारी मात्रा में ज्वेलरी के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई , तथा मोके से अन्य दो अभियुक्त घनी आबादी व संकरी गलियों का फायदा उठाकर फरार होने में सफल रहे हैं, जिनकी टीम द्वारा लगातार तलाश जारी है। उनको भी शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा। गिरफ्तार अभियुक्तता को आज मान0 न्यायालय पेश किया जा रहा है।

नाम पता गिरफ्तार अभियुक्तता
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फ़िज़ा जाफरी पत्नी मोहम्मद अली सरफराज जाफरी नि0 भीमण्डी थाना शांतिनगर, जिला ठाणे, महाराष्ट्र। उम्र 40 वर्ष।

नाम पता बांछित अभियुक्त गण
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1. मोहम्मद अली सरफराज जाफरी जाफरी उर्फ सिट्टी पुत्र एजाज अहमद जाफरी नि0 भीमण्डी थाना शांतिनगर जिला ठाणे, महाराष्ट्र। उम्र 40 वर्ष।
2. अली मिर्ज़ा पुत्र स्व0 दरवेश ईरानी नि0 उपरोक्त। उम्र 38 वर्ष।

*बरामदगी का विवरण*
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1- एक अंगूठी जेट्स सोने की, एक अंगूठी सोने की मोती मूंगा जड़ी संबंधित मु0अ0स0 38/19 धारा 419, 420, 170, 120b, 34 ipc
2- एक गले की चैन, 2 चूड़ियां, दो अंगूठी सोने की सभी लेडीज सबंधित मु0अ0स0 233/18 धारा 420, 170, 120b ipc
3-एक गले की चैन, 2 अंगूठियां, 2 चूड़ी सभी लेडीज सोने की संबंधित मु0अ0स0 143/18 धारा 420, 170, 120 b ipc
सभी चलानी थाना कोतवाली नगर, देहरादून।
कुल कीमती करीब 5,00,000 रुपये
4-2 मोबाइल फ़ोन, 4 सिम कार्ड नई, 2 पेन कार्ड, 1काला साइड बैग।

पूछताछ पर अभियुक्तता ने बताया कि यह भीमण्डी महाराष्ट्र की निवासी हैं, सिट्टी इसका पति है, और अली मिर्ज़ा की यह बहन है, हाथ की सफाई इनका पुश्तैनी काम है, इस काम को यह अपनी पुस्तों से करते आ रहे है। इसके द्वारा बताया कि अली मिर्ज़ा उसका सगा भाई है, सिट्टी और अली मिर्ज़ा दोनों अलग अलग राज्यो शहरों में जाकर लोगो को फर्जी पुलिस बनकर कभी चैकिंग के नाम पर तो कभी बूढ़े व्यक्तियों के जोड़ो में दर्द बताकर उनके पहने जेवर को शुद्ध करने के नाम पर तो कभी crime ब्रांच की टीम बनकर चैकिंग करने के नाम पर लोगो से उनके पहने जेवर उतरवाकर किसी लिफाफे में रख लेते हैं और हाथ की सफाई से नज़र बचाकर नकली जेवर का पैकेट बदल देते हैं, इस प्रकार इनके द्वारा अब तक उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजिस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब , हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड आदि अन्य राज्यो मैं भी छोटी बड़ी अनेको घटनाएं की है, इसी वर्ष जनवरी 24 को, ये भी इनके साथ आई थी जब घटना करने के बाद जो भी ज्वैलरी मिलती थी तो यह ज्वैलरी इसको दे देते और यह किसी ज्वैलरी शॉप पर जाकर उसको बेच देती थी, महिलाओ पर कोई शक भी नही करता था। *इस प्रकार इसके द्वारा यह भी बताया कि सिट्टी और अली मिर्ज़ा दोनों अपनी बाइक से उत्तराखंड पहले भी कई बार आ चूके है, पिछले साल यह दोनों मार्च और मई और अक्टूबर के महीने में आये थे, मार्च और मई में दो बुजुर्ग महिलाओ को इन्होंने अपना शिकार बनाया था, उसमे जो ज्वैलरी मिली थी उसमे से कुछ को बेच दिया था, और जो कुछ बची थी वह आज बेचने जा रही थी, इसके अलाबा 24 तारीख की घटना में एक बुजुर्ग को शिकार बनाया था उनकी भी दोनों अंगूठियां बेचने जा रही थी तथा साथ मे सिट्टी और अली मिर्ज़ा भी थे जो वहाँ से भाग गए।
इसके द्वारा यह भी बताया गया कि इसका बड़ा बेटा भी चैन स्नेचिंग और ठगी का काम करता है अभी 8 /10 दिन पहले ही मुम्बई पुलिस ने उसको पकड़ा है, अक्टूबर नवंबर 2018 में जब अली मिर्ज़ा और सिट्टी उत्तराखंड घटना करने आये थे तो कुछ ज्वेलरी को लेने इसका बेटा लखनऊ से फ्लाइट से जॉलीग्रांट आया था तथा उसी दिन ये जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से फ्लाइट से ही हैदराबाद गया वहाँ से बीदर कर्नाटका आ गया था। यह लखनऊ में किराए के कमरे में रहते हैं, आना जाना फ्लाइट से करते हैं, कभी कभी यह दो मोटर सायकलों पर 4 लोग भी जाते हैं, तथा कभी कभी दो मोटरसाइकिल व एक बड़ी गाड़ी से 6 या 7 लोग भी जाते हैं। सिट्टी और अली मिर्जा द्वारा ठगी से प्राप्त ज्वैलरी को अभियुक्तता के पास ही रखते थे, तथा अधिकांश ज्वैलरी को यह खुद बेचती थी।

उल्लेखनीय है कि उक्त महिला भी अत्यंत शातिर प्रवत्ति की है, बार बार पूछताछ पर भी इसके द्वारा लखनऊ में किराए के घर का पता नही बताया गया है, एक टीम द्वारा अन्य फील्ड टेक्टिक्स व पुलिस सूत्रों के माध्यम से अन्य अभियुक्तो व उनके संभावित ठिकानों की जानकारी की जा रही है। तथा अन्य राज्यो में घटित उक्त प्रकार की घटनाओ के संबंध में संबंधित को सूचित किया जा रहा है। उक्त महिला अभियुक्त द्वारा अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां दी गयी हैं, जिसका परीक्षण/विश्लेषण कर विवेचना में सम्मिलित कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

आपराधिक इतिहास
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1- मु0अ0स0 38/19 धारा 419 420, 170, 120 b, 34 ipc थाना कोतवाली नगर, देहरादून
2- मु0अ0स0 143/18 धारा 420, 120 b ipc थाना कोतवाली नगर, देहरादून
3- मु0अ0स0 233/18 धारा 420, 120 b ipc थाना कोतवाली नगर, देहरादून।
नोट- इनके विरुद्ध महाराष्ट्र में अभियोग पंजीकृत है, तथा अन्य संबंधित थानों से आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।

पुलिस टीम
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प्रभारी निरीक्षक एस0एस0 नेगी
वरिष्ठ उप निरी0 अशोक राठौड़
उप0निरी0 दीपक धारीवाल
कानि0 अरशद अली
कानि0 गजेंद्र
कानि0 मेराज आलम
कानि0 परविंदर
कानि0 लोकेंद्र उनियाल
कानि0 मोहित शर्मा
म0कानि0 प्रीति
कानि0 पंकज कुमार sog
कानि0 नवनीत, प्रमोद sog तकनीकी सहायक

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