JNU हमला, NRC-NPR-CAA पर संयुक्त जन आंदोलन l
देहरादून : आज डुंगा हाउस में उत्तराखंड के विपक्षी दलों और जन संघटनों के प्रतिनिधियों की बैठक हुई, जिसमें देश में छात्र आंदोलनों को सरकारों द्वारा कुचलने की कड़ी भत्सर्ना की गयी।
JNU की घटना की निन्दा की गयी, शिक्षण संस्थानों पर भगवा ब्रिगेड द्वारा किये जा रहे हमलों और पुलिस अकर्मण्यता के प्रति चिन्ता व्यक्त की गयी, राष्ट्रीय जनसँख्या रजिस्टर (NPR), राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) और नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के बारे में चर्चा हुई थी।
सरकार की इन जन विरोधी, गरीब विरोधी और गैर संविधानिक कदमों के खिलाफ आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है, इस आंदोलन में असली क़ानूनी प्रावधानों और उनके गरीब विरोधी चरित्र के बारे में आम लोगों तक पहुंचवाने की कोशिश की जाएगी, इसके लिए एक संयुक्त कोआर्डिनेशन समिति बनाई जाएगी।
21 जनवरी को उक्त मुद्दों पर देहरादून में एक जन सम्मलेन रखा जायेगा और 30 जनवरी गांधी जी को श्रद्धांजलि के साथ एक ऐसा कार्यक्रम जिस में जनसहभागिता के साथ साथ सरकार से मांग की जाएगी कि लोगो को सी ए ए, एनसीआर, एन पी आर नही, रोजगार, अच्छी स्वास्थ सेवा, रोजगार परक शिक्षा तथा देश का विकास चाहिए।
बैठक में कांग्रेस पार्टी के पूर्व राज्य अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्य अध्यक्ष Dr SN सचान; भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव समर भंडारी; मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता बची राम कंसवाल; मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (मा-ले) के सचिव से इंद्रेश मैखुरी; चेतना आंदोलन से शंकर गोपाल, अशोक कुमार,पप्पू कुमार और राजाराम; जन संवाद समिति उत्तराखंड से सतीश धौलाखण्डी; नौजवान भारत सभा से अपूर्व; प्रगतिशील छात्र संघ से कैलाश और नितीश; सामाजिक कार्यकर्ता कविता कृष्णपल्लवी; और Dr जीतें भारती सहित आदि लोग उपस्थित थे।