प्राइवेट स्कूलों को ट्यूशन फीस के नाम पर मोटी रकम नही वसूलने देगी “आप”- शारिक अफ़रोज़ l
हरिद्वार : प्राइवेट स्कूलों द्वारा ट्यूशन फीस के नाम पर मोटी रकम लिए जाने की समस्या का आम आदमी पार्टी ने संज्ञान लिया, उत्तराखण्ड के प्रदेश उपाध्यक्ष शारिक अफ़रोज़ ने बताया की उन्हें फोन पर लगातार अभिभावकों द्वारा अवगत कराया जा रहा था की प्राइवेट स्कूल ट्यूशन फीस के नाम पर ही खासी रकम मांग रहे है।
इस संदर्भ में शारिक अफ़रोज़ ने डायरेक्टर जनरल ऑफ एजुकेशन उत्तराखण्ड को पत्र लिख कर पूरे प्रदेश में एक समान ट्यूशन फीस दर लागू करने की मांग की है, शारिक ने बताया की अधिकांश प्राइवेट स्कूल के टीचर्स अपने प्रबंधन के निर्देश पर घर से ही व्हाट्सअप , वीडियो आदि के माध्यम से स्टडी मटेरियल दे कर पढ़ाई के नाम पर खानापूर्ति कर रहे है, स्टडी मटेरियल फोन पर आजाने के बाद अभिभावकों को इसे बच्चों को पढ़ाने में खासी मशक्त करनी पड़ती है और काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है।
जैसे एक से अधिक छात्र भाई बहन होने पर अतरिक्त फोन व इंटरनेट की ज़रूरत सामने आरही है, वहीं बच्चे जब फोन के छोटे स्क्रीन पर घण्टो देख काम करते है, तो उनकी आंखों पर भी फ़र्क़ पड़ सकता है, शारिक ने कहा की फीस लेने की छूट स्कूलों ने शिक्षकों की तनख्वाह देने के नाम पर मांगी थी, परन्तु अब वे इस ट्यूशन फीस के नाम पर मोटी रकम वसूल रहे हैं जो सरा सर गलत है।
आम आदमी पार्टी ने मांग की है की पूरे प्रदेश में एक समान न्यूनतम दर पर ट्यूशन फीस सरकार की तरफ फिक्स की जानी चाहिए ताकि कोरोना के चलते लॉक डाउन में अभिभावकों पर कुछ बोझ कम हो सके। स्कूलों को भी स्वतः आगे आकर केवल उतनी रकम का बोझ अभिभावकों पर डालना चाहिए जिससे वे शिक्षकों की तनख्वाह व ज़रूरी खर्च पूरे कर सके। शारिक ने कहा की इस समय यदि अभिभावकों का उत्पीड़न बन्द न किया गया तो आम आदमी पार्टी अभिभावकों के अधिकारों की लड़ाई लड़ेगी।