हिंदू समाज में घटती जनसंख्या पर जताई चिन्ता : संदीप खत्री l
देहरादून : अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती महाराज आज”धर्म जगाओ, अस्तित्व बचाओ” अभियान के अंतर्गत आज हिन्दू स्वाभिमान के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष बाबा परमेन्द्र आर्य तथा अपने शिष्यगणो के साथ देहरादून आए जहाँ उन्होंने प्रमुख हिंदूवादी संगठनों के साथ बैठक की और एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा, आज सारे सनातन धर्मीयो के लिये गौरव का क्षण है जब लाखो बलिदानो के बाद हमे राम मंदिर मिला है, अब ये हमारी जिम्मेदारी है कि भविष्य में कभी भी हमारा कोई मंदिर न तोडा जा सके, इसके लिये हमें वैचारिक रुप से उन विचारधाराओं को समाप्त करना होगा जो दूसरे धर्मों के धर्म स्थल तोड़ती है, यदि ऐसी विचारधाराएं धरती पर रहेंगी तो मानवता पर खतरा बना ही रहेगा,इसीलिये आज प्रत्येक मानव का कर्तव्य है कि वो ऐसी विचारधाराओं से वैचारिक संघर्ष करें और उनके फैलाव और विस्तार को रोके।
आज प्रत्येक सच्चे सनातन धर्मी का कर्तव्य है कि वो हर कीमत पर अपने धर्म और अस्तित्व की रक्षा के लिये स्वयं को तैयार करे ताकी कल कोई बाबर या औरंगजेब दोबारा हमारे मन्दिरो का विध्वंस न कर सके, उन्होंने कहा की आज हिन्दू समाज की सबसे बड़ी तीन बीमारी है जो हिन्दू समाज को खोखला कर रही है जैसे घटती हुआ जनसँख्या अनुपात बढ़ता हुआ जातिवाद और हमारे बच्चों में धार्मिक संस्कारो की कमी, इस विषय में गम्भीर चिंतन करने हेतु संपूर्ण विश्व की आध्यात्मिक राजधानी हरिद्वार के अद्भुत मंदिर में भूमा पीठाधीश्वर स्वामी अच्युतानन्द तीर्थ जी महाराज की अध्यक्षता में 12 और 13 जनवरी 2020 को धर्म संसद का आयोजन किया जायेगा जिसमे सनातन धर्म के सभी प्रमुख संतो और संगठनों को आमंत्रित किया जायेगा, धर्म संसद की सफलता के लिये नौ दिवसीय माँ बगलामुखी महायज्ञ का आयोजन किया जायेगा।
उन्होंने देहरादून के सभी जागरूक हिन्दुओ से माँ बगलामुखी महायज्ञ और धर्म संसद के लिये तन, मन और धन से सहयोग करने का आह्वान किया।
भैंरव सेना के संस्थापक सदस्य संदीप खत्री ने कहा कि समय-समय पर हिंदुत्व के प्रखर योद्धाओं को देवभूमी उत्तराखंड की पावन धरती पर धर्म योद्धाओं को संबोधित करने के लिए धर्म गुरुओं का प्रवास कराया जाएगा इसी कड़ी में सर्वप्रथम डासना के पीठाधीश्वर स्वामी यती नरसिंहानंद सरस्वती जी को देहरादून के प्रवास पर आमंत्रित किया गया। भैंरव सेना के संस्थापक सदस्य गोविंद वाधवा के द्वारा स्वामी यती नरसिंहानंद सरस्वती जी का भगवा पटका पहनाकर स्वागत तथा सभी धर्म योद्धाओं का सम्मान एवं कार्यक्रम का संचालन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से बाल योगी ज्ञान नाथ, यति रामस्वरुपानन्द सरस्वती, यति सत्यदेवानन्द सरस्वती, स्वामी नित्यानन्द सरस्वती, यति सेवानन्द सरस्वती ,बाबा भगत राम, गोविन्द वाधवा, संदीप खत्री, जीतू रंधावा, मुन्ना बजरंगी, रष्टी सिंह, राहुल नेगी, सुखपाल, आरजे सिंह, अंकित रावत, उदय राजपूत, सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।