विभिन्न संगठनों द्वारा महापंचायत का आयोजन किया गया l
देहरादून : प्रदेश में बढ़ रहे अपराधों को मध्य नजर रखते हुए उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों द्वारा महापंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें मूल निवासियों एवं महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार पर विचार किया गया l
ताजा मामला सै सैंदुल गांव नैनबाग टिहरी गढ़वाल का है, 9 वर्ष की बेटी जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है, जिसके साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी गई बेटी के माता पिता इलाज व इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे है, इस तरह के कई जघन्य अपराधों ने प्रदेश को हिला कर रख दिया है l
पिछले दिनों बागेश्वर जिले में चक्की में आटा पिसाने के दौरान उच्च जाति के अध्यापक ने दलित की गर्दन दरांती से काटी, ढोल बजाने से मना करने पर गंगी जिला टिहरी गढ़वाल के दलित को उच्च जाति के लोगों द्वारा गांव से निकाल दिया गया, जितेंद्र दास को सिर्फ इसलिए मौत के घाट उतार दिया गया कि उसने उच्च जाति के लोगों के साथ कुर्सी पर बैठ कर खाना खाया, ऐसे कई अपराध हैं जिन पर अब तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है, खासकर मूल निवासी लोगों के ऊपर दिन प्रतिदिन बढ़ रहे अत्याचार को देखते हुए महापंचायत का आयोजन किया गया l
इस महापंचायत के दौरान दौलत कुंवर उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच, कामता प्रसाद, राजेंद्र सिंह सेठी अध्यक्ष, राजेंद्र सिंह श्रमिक जिला अध्यक्ष चमार वाल्मीकि महासंघ हरिद्वार उत्तराखंड व प्रदेश संयोजक बहुजन क्रांति मोर्चा उत्तराखंड, वीरेंद्र सिंह प्रदेश महामंत्री अखिल भारतीय कोली समाज उत्तराखंड, सपना उत्तराखंड अनुसूचित जाति आयोग देहरादून, प्रेम सिंह भारतीय कोली समाज देहरादून, सीताराम अंबेडकर युवा जागृति मंच, आशीष मेघवाल अंबेडकर जन जागृति मंच, संजय खत्री बहुजन समाज पार्टी, सतीश कुमार एडवोकेट, अमर सागर सामाजिक कार्यकर्ता, महेश सागर रविदास महासभा देहरादून, आदि लोग उपस्थित थे l