राजपूत विकास समिति द्वारा लगाई गई औषधि वाटिका।

बागपत : रिपोर्टर विवेक जैन

राजपूत विकास समिति जनपद बागपत के अध्यक्ष ठाकुर विजय पाल सिंह फौजी के नेतृत्व में प्रसिद्ध समाजसेवी एड़वोकेट मनोज आर्य के आवास पर एक औषधि वाटिका बनाई गयी। कस्बा टटीरी स्थित इस औषधि वाटिका में गिलोय की बेल, तुलसी, मरूवा, गुड़हल, अपामार्ग, पत्थरचट्टा, बिच्छू बंटा, एलोवेरा, बथुआ, हार सिंगार, पुदीना आदि अनेको औषधीय गुणों से युक्त पौधे रौपें गये।

इस अवसर पर ठाकुर विजयपाल सिंह फौजी ने कहा कि प्राचीन काल से हमारे देश में आयुर्वेदिक औषधियों से रोगों का सफल उपचार किया जाता रहा है, इन आयुर्वेदिक औषधियों के कोई साईड़ इफैक्ट नही होते है। जबकि अंग्रेजी दवाइयों से लाभ होने के साथ-साथ कुछ नुकसान भी होते है।

प्रसिद्ध समाजसेवी और राजपूत विकास समिति के महासचिव एड़वोकेट मनोज आर्य ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण मानव जाति के लिये अत्यंत आवश्यक है। सभी लोगों को अधिक से अधिक संख्या में पौधे लगाने चाहिये। पर्यावरण का संरक्षण भारतीय इतिहास और परंपराओं में आदिकाल से ही अभिन्न अंग रहा है। कहा कि करोना कॉल में काढ़ा जैसे आयुर्वेदिक औषधीय घरेलू नुक्सों का महत्व बढ़ा है।

नीरज राजपूत ने कहा कि हमें लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक करना चाहिए। वर्तमान महामारी को देखते हुए घर-घर तक औषधि पौधो की महत्ताओं को पहुॅचाने का प्रयास करना चाहिये। हर आंगन में औषधीय पौधे लगाने की परंपरा फिर से प्रारम्भ की जानी चाहिये। नवीन कुमार ने कहा कि हमारी प्राचीन परम्परा मे हर कोई अपने घर-आंगन, खेतों आदि में औषधीय पौधे लगाता था।

धीरे-धीरे ये परम्परा विलुप्त हो रही है। इस परम्परा को बनाये रखने के लिये लोगों को जागरूक करना होगा। औषधीय वाटिका के निर्माण में प्रेम सिंह राजपूत, अमित कुमार आदि का विशेष सहयोग रहा।

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