परिवहन व्यवसायियों पर सबसे बड़ा संकट सैकड़ों वाहन किए सरेंडर।

ऋषिकेश : 28 मई को हुई कैबिनेट की बैठक 50 प्रतिशत यात्रियों को बिठाने पर हो रहे नुकसान की भरपाई करने का प्रस्ताव न आने पर गुस्साए परिवहन व्यवसायियों ने सोमवार को 300 वाहनों को एआरटीओ कार्यालय में सरेंडर कर दिया। मई महीने का टैक्स भरने के बाद वाहनों के कागजात को सरेंडर किया गया।

यातायात और पर्यटन विकास सहकारी संघ के अध्यक्ष मनोज ध्यानी ने बताया कि परिवहन व्यावसायियों की मांग पर शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने बसों को 50 प्रतिशत सवारी ढोने से होने वाले नुकसान की भरपाई प्रदेश सरकार की ओर से किए जाने का आश्वासन दिया था। उनके आश्वासन के बाद परिवहन व्यावसायियों को 28 मई को होने वाली कैबिनेट की बैठक से उम्मीद थी।

लेकिन जब कैबिनेट की बैठक में वह प्रस्ताव नहीं आया तो परिवहन व्यवसायी अपने आप को ठगा महसूस करने लगे। उन्होंने बताया कि सोमवार को यातायात और पर्यटन विकास सहकारी संघ और टीजीएमओ को करीब 300 वाहनों के कागजात एआरटीओ प्रवर्तन पकंज श्रीवास्तव को सौंपे गए।

परिवहन व्यावसायियों की ओर से एक महीने का टैक्स जमा करने के बाद वाहनों के कागजात सरेंडर किए गए। इस अवसर पर टीजीएमओ के संचालक बलवीर सिंह रौतेला, प्यार सिंह गुनसोला, भगवान सिंह आदि उपस्थित थे।

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