देहरादून माजरा में बिजली घर पर ट्रांसफार्मर 40MVA का हुआ फेल, आपूर्ति बाधित l
देहरादून : ऊर्जा विभाग के कारनामों और पिटकुल के कर्म आखिर सामने आने ही लगे। एक एक करके कमीशनखोरी और गुणबत्ता से खिलबाड़ का ही नतीजा है कि दसियों वर्ष तक चलने बाले महंगे महंगे उपकरणों की खरीद में हुए भृष्टाचार व भृष्टाचारियों की पनाहगार बना पिटकुल सहित समूचा उत्तराखण्ड ऊर्जा विभाग के कारनामों का खुलासा खुद बखुद होने लगा है।
सूत्रों से मिली ताज़ा जानकारी के अनुसार माजरा विद्युत घर पर लगे 40-40 MVA पॉवर ट्रांसफार्मरों में से एक ट्रांसफार्मर करीब साढ़े 11बजे रात्रि चरमरा गया, जिससे विजली आपूर्ति कुछ देर तो वाधित हुई परन्तु दूसरे ट्रांसफार्मर होने के कारण वैकल्पिक व्यवस्था तो फिलहाल हो गयी है। किंतु सूत्रों की अगर माने तो भारी क्षति की संभावना है हालाँकि पिटकुल अधिकारियों की आदत के अनुसार मामले की सत्यता को न बताकर छुपाया जा रहा है। क्योंकि वे इतना डर चुके हैं कि करनी तो उनके आकाओं (कॉकस से जुड़े बड़े स्तर के अभियंताओं और मुख्य अभियंताओं व एमडी स्तर) की और झेले बेचारे ये!
ज्ञात हो कि विगत दो दिन पूर्व झाझरा 220/132KV सब स्टेशन पर 160MVA पॉवर ट्रांसफार्मर किसी मेजर फॉल्ट के कारण करोड़ों का नुकसान पहुंचा चुका है जो अभी तक ना ही ठीक हो पाया है और ना ही ऐसे कोई आसार हैं। उक्त सभी करोड़ों के उपकरणों व ट्रांसफार्मरों की खरीद में तथाकथित रूप से उन्ही महाशय की सहभगिता रही है जिन्हें पिटकुल व ऊर्जा विभाग क्लीन चिट देकर निदेशक के पद पर ताजपोशी कर चुका है।
देखते जाइये आगे आगे होता है क्या? गुल खिले हैं तो परिणाम भी तो वैसे ही आएंगे! लाख जतन इन्हें बचाने के किये जायें….!