जबरन धर्मांतरण को देवबंद के उलेमाओं ने नाजायज करार दिया।

देवबंद : बरेलवी उलेमाओं द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन को नाजायज ठहराए जाने का देवबंद के उलेमाओं ने भी समर्थन किया है।
देवबंद के मुुफ्ती अरशद फारूकी ने गुरूवार को कहा कि दो अलग-अलग धर्मों के मानने वालों का निकाह नहीं हो सकता। यदि उनमें से कोई एक शादी के लालच में या अन्य किसी दबाव में धर्म परिवर्तन करता है तो उसे किसी भी दशा में जायज नहीं ठहराया जा सकता।
ज्ञातव्य है कि इसी मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने हाल ही में पिछले दिनों एक अध्यादेश जारी किया है, जिसमें कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है। बरेलवी और देवबंदी दोनों विचारधाराओं की संस्थाओं ने फतवा जारी कर राज्य सरकार के कानून का समर्थन किया है।

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