कृषि कानूनों की आड़ में गुंडागर्दी नहीं चलेगी : मुख्यमंत्री।
नई दिल्ली : कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों द्वारा पंजाब के 9000 में से 1500 रिलायंस जियो को टावरों को कथित रूप नुकसान पहुंचाया है, इन सभी ने काम करना बंद कर दिया है, टेलीकॉम कंपनी के एक प्रतिनिधि ने NDTV को बताया कि पंजाब में टावरों के साथ तोड़फोड़, बिजली की गड़बड़ी या जनरेटर की चोरी के कारण कई जगह सेवा प्रभावित हुई है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में मोबाइल टावरों के साथ छेड़छाड़ और दूरसंचार सेवाओं को बाधित करने के खिलाफ आज कड़ी चेतावनी दी और पुलिस से ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करने को कहा, पिछले हफ़्ते से, किसान रिलायंस के खिलाफ गुस्सा निकाल रहे हैं, बिजली की आपूर्ति बंद कर रहे हैं, दूरसंचार टावरों के केबल काट रहे हैं और मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली फर्म के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुँचा रहे है।
जिसे कृषि कानूनों के प्रमुख लाभार्थियों में से एक के रूप में देखा जा रहा है. जालंधर में Jio की फाइबर केबल के कुछ बंडल जल गए, जियो कर्मचारियों के धमकी देने और भगाने के लिए बनाए गए वीडियो व्यापक रूप से प्रसारित किए गए है, राज्य पुलिस ने अब तक अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पंजाब में अराजकता या किसी निजी या सार्वजनिक संपत्ति के विनाश को सहन करने की अनुमति नहीं देंगे, इस बात की ओर इशारा करते हुए कि उनकी सरकार ने राज्य में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों पर आपत्ति नहीं जताई या रोक दी, उन्होंने कहा कि संपत्ति को नुकसान और लोगों को असुविधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सिंह ने किसानों को यह भी याद दिलाया, “इस तरह संचार साधनों को नुकसान पहुंचना छात्रों, खासकर बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने वाले और कोविड महामारी के कारण घर से काम करने वाले पेशेवरों के लिए नुकसानदायक होगा. यहां तक कि बैंकिंग सेवाएं भी काफी हद तक ऑनलाइन लेनदेन पर निर्भर हैं, जिससे लोगों का सुविधा हो रही है।
किसानों का मानना है कि नए कृषि कानूनों से अरबपति उद्योगपतियों मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी को सबसे अधिक फायदा होगा, इसलिए उनका गुस्सा मुकेश अंबानी की कंपनी जियो के मोबाइल टावरों पर निकल रहा है, राज्य में कई हिस्सों में इन टावरों को बिजली की आपूर्ति रोक दी गई है और साथ ही केबल भी काट दी गई है।